शाश्वत तिवारी
विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) में भाग लेने के लिए मंगलवार को युगांडा पहुंचे। सिंह ने राजधानी कंपाला में भारतीय उच्चायुक्त उपेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की और भारत की ओर से अफ्रीकी देश को दी जा रही आर्थिक मदद के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। विदेश राज्य मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 19वें शिखर सम्मेलन और मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए युगांडा में लैंड किया।
भारत ने हाल ही में सप्ताह भर चलने वाली NAM समिट और 21-23 जनवरी को होने वाली G77 समिट की मेजबानी से पहले युगांडा की सहायता के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। युगांडा स्थित भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर लिखा उच्चायुक्त उपेंद्र सिंह रावत ने युगांडा को एनएएम और G77 समिट की मेजबानी के लिए भारत सरकार की ओर से 10 बसें, 5 एम्बुलेंस, 10 ट्रैक्टर और 2664 झंडे व झंडे के पोल उपहार में दिए हैं, जिसका वादा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने समकक्ष जनरल जेजे ओडोंगो को किया था।
दुनिया भर के लगभग 120 देशों के नेता सोमवार से शुरू हुई एनएएम समिट के लिए कंपाला में एकत्र हुए हैं। शिखर सम्मेलन में विभिन्न सदस्य देशों के लगभग 4 हजार मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य गंभीर वैश्विक मुद्दों को संबोधित करना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। बता दें कि भारत आर्थिक रूप से कमजोर अफ्रीकी देशों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत के युगांडा के साथ संबंध मजबूत हुए हैं। पिछले साल अप्रैल में जयशंकर ने युगांडा का दौरा किया था और व्यापार एवं निवेश, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल और कृषि सहयोग पर चर्चा की थी।