पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद से रेलवे में ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले मामले में नौ घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। लालू पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में सुबह लगभग 11 बजे पहुंचे थे जहां ED के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले में पूछताछ की। साढ़े नौ घंटे से ज्यादा समय तक चली मैराथन पूछताछ के बाद ED कार्यालय से बाहर निकलने पर लालू शांत दिखे। उन्होंने ED दफ्तर के बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से बात भी नहीं की।
अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि ED ने रेलवे में ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले में रेल मंत्री के रूप में लालू की भूमिका के बारे में क्या पूछा है लेकिन सूत्रों ने बताया कि लालू ने अधिकारियों द्वारा पूछे गए कुछ सवालों को टाल दिया। लालू से पूछताछ की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता ED दफ्तर के पास जमा हो गए। उन्होंने लालू से पूछताछ का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह उन्हें परेशान करने और प्रताड़ित करने का प्रयास है। लालू से पूछताछ की पूरी अवधि के दौरान उनकी बेटी मीसा भारती के अलावा वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और राजद विधायक ED दफ्तर के सामने डेरा डाले रहे। सुश्री भारती ने ED कार्यालय के बाहर मीडियाकर्मियों से कहा कि उनके पिता से पूछताछ करने से पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी की हार को लेकर डगमगा रहे हैं और आशंकित महसूस कर रहे हैं।
सुश्री भारती ने कहा कि न केवल मेरे परिवार के सदस्यों को बल्कि सभी विपक्षी नेताओं को ED, CBI और अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोग भाजपा सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं के साथ किए गए व्यवहार को देख रहे हैं। उन्होंने बल देकर कहा कि उनके परिवार के सभी सदस्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा दायर मामलों की जांच में सहयोग कर रहे हैं। इसपर, ने कहा कि ED अपना काम कर रहा है और इसमें कोई राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है। राय ने लालू से पूछताछ करने पर सफाई देते हुए कहा कि अगर उनके द्वारा कुछ भी गलत किया गया है तो डर किस बात की है और ED सच्चाई का पता लगाने और कानूनी कार्रवाई करने के लिए उनसे पूछताछ करेगी। (वार्ता)