व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से 2023-24 में अब तक 66 हजार युवाओं को मिला रोजगार

  • युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से रोजगार दिलाने की CM योगी की मुहिम का हो रहा असर
  • औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के 36843 और कौशल विकास मिशन के 29354 प्रशिक्षार्थियों को विभिन्‍न कंपनियों में कराया गया सेवायोजित

लखनऊ । युवाओं का कौशल निखारकर उन्हें रोजगार दिलाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी क्रम में वित्‍तीय वर्ष 2023-24 में योगी सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षित 36843 अभ्यर्थियों को सेवायोजित कराने में सफल रही है तो वहीं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के माध्यम से कुल 29354 प्रशिक्षार्थियों को विभिन्‍न कंपनियों में सेवायोजित कराया गया है। इस तरह व्यावसायिक शिक्षा के जरिए प्रदेश के 66 हजार से ज्यादा युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि रोजगार प्राप्त करने वालों में सभी 18 मंडलों के 75 जिलों से छात्र शामिल हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में जारी बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह जानकारी प्रदान की गई है।

परंपरागत के साथ न्यू एज के कोर्स हो रहे संचालित

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग कपिल देव अग्रवाल ने सवाल के जवाब में लिखित जानकारी देते हुए सदन को अवगत कराया कि सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश में बड़े पैमाने पर युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें रोजगार प्राप्त करने में सहूलियत हो। इसी क्रम में प्रदेश में संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 84 व्यवसायों में राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCVT) भारत सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम मानकों एवं मापदंड के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान कराया जाता है। वहीं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विभिन्‍न सेक्‍टर्स के 386 अल्‍पकालीन पाठ्यक्रम में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इनमें इसमें कई परंपरागत ट्रेड के साथ-साथ ITES, इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोस्पेस एंड एविएशन, टेलीकॉम और हेल्थकेयर जैसे न्यू एज कोर्स भी शामिल हैं।

सभी 75 जिलों के छात्रों को मिला रोजगार

लिखित जानकारी के साथ-साथ विभाग की ओर से सदन में सेवायोजन प्राप्त करने वाले छात्रों के विषय में जानकारी भी प्रदान की गई है। इसके अनुसार प्रदेश के सभी 75 जनपदों के छात्रों को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और कौशल विकास पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण लेने के बाद सेवायोजित करने में सफलता मिली है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की बात करें तो सर्वाधिक 4824 अभ्यर्थी राजधानी लखनऊ से चयनित हुए हैं तो वहीं कानपुर नगर से 1901,  गोरखपुर से 1523 और झांसी से सर्वाधिक 1414 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इसी तरह कौशल विकास मिशन के माध्यम से प्रशिक्षित अभ्यर्थियों में गोरखपुर से सर्वाधिक 1448 छात्र चयनित हुए हैं, जबकि गाजियाबाद से 1298, शाहजहांपुर से 1168, राजधानी लखनऊ से 1141 और बिजनौर से 1009 अभ्यर्थियों को सेवायोजित कराया गया है।

ग्रामीण कौशल्य योजना में तीन वर्षों के अंदर 32 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी चयनित

एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया गया कि प्रदेश में संचालित दीन दयाल उपाध्‍याय ग्रामीण  कौशल्‍य योजना के अंतर्गत वित्‍तीय वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक कुल 91070 अभ्‍यर्थियों का नामांकन किया गया है। कुल नामांकित अभ्‍यर्थियों में से 64047 को कौशल प्रशिक्षित किया गया है एवं उनमें से 32796 को सेवायोजित किया गया है। वित्‍तीय वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक प्रदेश के समस्‍त जनपदों में प्रशिक्षित किए गए। अभ्‍यर्थियों पर कुल 5,46,96,92,573 रुपए व्यय किए गए। ये भी कहा गया है कि इन वित्‍तीय वर्षो में दीन दयाल उपाध्‍याय ग्रामीण  कौशल्‍य योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्‍यों की पूर्ति कर ली गई है।

Raj Dharm UP

अब भिखारियों की कुंडली खंगालेगी पुलिस, कमिश्नर ने दिए सूची तैयार करने के आदेश

हनुमान सेतु मंदिर के बाहर प्रसाद वितरण के दौरान हुई घटना के बाद जागी पुलिस इससे पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं, लेकिन तब कुम्भकरणी नींद सो रहा था प्रशासन ए अहमद सौदागर लखनऊ। राजधानी लखनऊ की मशहूर हनुमान सेतु मंदिर के बाहर मंगलवार को प्रसाद लेने वालों की भीड़ लगी थी। इसी दौरान […]

Read More
Raj Dharm UP

नहीं रहे सीतारामः मौत का दोषी कौन, लॉरी… डॉ. रविकांत या सिस्टम?

लाख जतन के बाद आखिरकार रात 10 बजे लग पाया था पेसमेकर तड़के सुबह पांच बजे के आसपास लॉरी में ही ली अंतिम सांस भौमेंद्र शुक्ल लखनऊ। संतकबीर नगर निवासी सीताराम पांडेय की मौत रविवार की अलसुबह हो गई। वो हृदय रोग की गम्भीर बीमारी के चलते राजधानी लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) […]

Read More
Raj Dharm UP

सड़क सुरक्षा के दावे फेल: खिलौना बनी ज़िन्दगी

सड़क हादसों में आए दिन जा रही हैं जानें ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी के अलावा अन्य राज्यों में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सरकारों ने अनगिनत योजनाएं शुरू की, लेकिन योजनाओं की लेट-लतीफी, अव्यवस्था, सड़क पर वाहनों की बढ़ती भीड़ और बेतरतीब रफ्तार ने जिन्दगी को खिलौना बना दिया है। आए दिन […]

Read More