शाश्वत तिवारी
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. हसन महमूद का शुक्रवार को चार दिवसीय भारत दौरा संपन्न हुआ। इस दौरान उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस जयशंकर के साथ सीमा पार संपर्क बढ़ाने सहित द्विपक्षीय सहयोग संबंधों की व्यापक समीक्षा की।
उनका यह दौरा दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर केंद्रित रहा और इस बैठक ने दोनों देशों के बीच पारंपरिक, लंबे समय से चली आ रही दोस्ती और सहयोग को और मजबूत करने में योगदान दिया। महमूद शुक्रवार को अपनी यात्रा के अंतिम दिन कोलकाता पहुंचे और यहीं से ढाका के लिए रवाना हुए।
बांग्लादेश के नए विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर भारत पहुंचे महमूद का विदेश मंत्री जयशंकर ने शानदार स्वागत किया और उनके सम्मान में रात्रिभोज आयोजित किया। जयशंकर ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की, जिस दौरान दोनों मंत्रियों ने सीमा पार कनेक्टिविटी, आर्थिक और विकास साझेदारी, रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग, बिजली, ऊर्जा, जल संसाधन और लोगों से लोगों के बीच संपर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा दोनों मंत्रियों ने ‘विकसित भारत 2047’ और ‘स्मार्ट बांग्लादेश 2041’ के दृष्टिकोण सहित दोनों देशों के राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के अनुरूप भविष्य के जुड़ाव के क्षेत्रों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने साझा हित के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ भी बैठक की और रोहिंग्या शरणार्थी मुद्दे पर चर्चा की। अपनी यात्रा के दौरान महमूद ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी।