डॉ दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ। सरकार के अनेक कार्य तत्कालीन होते हैं। यह तत्काल परिलक्षित होते हैं। लेकिन उद्योग आदि बड़े निर्माण समय के साथ ही पूरे होते हैं। यूपी के उद्योगीकरण का जो अभियान योगी आदित्यनाथ ने शुरू किया,वह अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। जहां शिलान्यास हुआ, वहां निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो रहे हैं। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ सरोजिनी नगर स्थित स्कूटर इण्डिया परिसर में अशोक लीलैंड के इलेक्ट्रिक व्हीकल संयंत्र के भूमि पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
उन्होंने अशोक लीलैंड के इलेक्ट्रिक व्हीकल संयंत्र के मॉडल, बसों एवं ट्रकों का अवलोकन किया। हिंदुजा समूह द्वारा मुख्यमंत्री को एक डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस की प्रतीकात्मक चाभी भेंट की गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दस लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव को ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य किया गया है। आज अशोक लीलैंड ने अपने इस संयंत्र की स्थापना का कार्य प्रारम्भ कर दिया है। प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल का पहला संयंत्र स्थापित होने जा रहा है।
जिस प्रकार प्रदेश सरकार इन्वेस्टर्स फ्रेण्डली पॉलिसी को लेकर आयी है, उसी प्रकार इन्वेस्टर्स को भी पब्लिक फ्रेण्डली निवेश को बढ़ाना पड़ेगा। हिंदुजा समूह इनीशिएटिव ले तो प्रदेश के एक-एक गांव को शहर से जोड़ा जा सकता है। प्रदेश सरकार इसमें सहयोग करेगी। इसके माध्यम से गांव का उत्पादन शहरी क्षेत्र में आसानी से आ सकेगा।
माल ढोने वाले छोटे ट्रकों के माध्यम से गांव की सब्जी, फल व अन्य उत्पादों को बाजार तक लाया जा सकेगा। छोटे इलेक्ट्रिक ट्रक को दुग्ध समितियां से जोड़कर दुग्ध उत्पाद को शहर तक लाने में योगदान दिया जाए तो बड़े बाजार तक पहुंच हो सकेगी। राज्य सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के अंतर्गत प्रत्येक इलेक्ट्रिक बस पर बीस लाख रुपये तक इंसेंटिव प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा निवेश नीति, इलेक्ट्रिक बस नीति लायी गयी है। इसका लाभ निवेशकों को उठाना चाहिए।