डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की काशी यात्रा के कई रोचक संदर्भ है। वह अयोध्या धाम में श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा के एक माह पूरे होने पर काशी पहुँचे। इसके पहले उन्होंने मेहसाणा गुजरात में एक मन्दिर का उद्घाटन किया। करीब चैदह सौ करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का शुभारंभ किया। इसी प्रकार काशी को भी करीब चौदह सौ करोड़ रुपए की सौगात मिल रही है। स्पष्ट है कि मोदी विरासत और विकास दोनों को साथ लेकर चल रहे हैं। दूसरी तरफ राहुल गांधी भी काशी आए थे। उन्हें जो दिखाई दिया, उसी को काशी की छवि से जोड़ दिया। मतलब उन्हें विरासत का सम्मान स्वीकार नहीं है। नरेन्द्र मोदी ने मौजूदा कालखंड को भारत की विकास यात्रा के लिए अहम बताते हुए कहा कि ये ऐसा समय है, जब देव काज भगवान का काम और देश काज देश का काम दोनों ही बहुत तेज गति से हो रहे हैं। मोदी ने 22 फ़रवरी को ही गुजरात के मेहसाणा में वलीनाथ धाम मंदिर का उद्घाटन किया।
मेहसाणा में करीब चौदह सौ करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और आधारशिला रखी। एक महीने पहले 22 जनवरी को याद किया, जब उन्हें अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। मोदी ने कहा कि जब भव्य राम मंदिर बन गया है तो नकारात्मकता में जीने वाले लोग नफरत का रास्ता छोड़ने को तैयार नहीं हैं। हमारे यहां मंदिर सिर्फ देवालय या पूजा पाठ करने की जगह नहीं बल्कि ये हमारी हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति और परंपरा के प्रतीक हैं। हमारे यहां मंदिर देश और समाज को अज्ञान से ज्ञान की तरफ ले जाने के माध्यम रहे हैं। भारत की विकास यात्रा में ये एक अद्भुत कालखंड है। ये एक ऐसा समय है, जब देवकाज हो या फिर देश काज, दोनों तेज गति से हो रहे हैं। देवसेवा भी हो रही है और देशसेवा भी हो रही है।
आजाद भारत में लंबे समय तक विकास और विरासत के बीच टकराव पैदा किया गया। इसके लिए अगर कोई दोषी है तो वही कांग्रेस है, जिन्होंने दशकों तक देश पर शासन किया। वही लोग हैं, जिन्होंने सोमनाथ जैसे पावन स्थल को भी विवाद का कारण बनाया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने पावागढ़ में धर्मध्वजा फहराने की इच्छा तक नहीं दिखाई। ये वही लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक मोढ़ेरा के सूर्य मंदिर को भी वोटबैंक की राजनीति से जोड़कर देखा। ये वही लोग हैं, जिन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए, उनके मंदिर निर्माण को लेकर रोड़े अटकाए। मोदी की गारंटी का लक्ष्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाना है। उन्होंने हाल ही में सवा लाख घरों के समर्पण और शिलान्यास किया। चार करोड़ से अधिक गरीबों को आवास मिले। अस्सी
करोड़ नागरिकों के लिए मुफ्त राशन ‘भगवान का प्रसाद’ और दस करोड़ नए परिवारों के लिए पाइप से पानी अमृत मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र 22 फ़रवरी की रात अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे। उन्होंने बनारस रेल इंजन कारखाना तक लगभग तीस किलोमीटर की यात्रा सड़क मार्ग से की। इस बीच फुलवरिया फोरलेन के दूसरे छोर पर स्थित लहरतारा रेलवे ओवरब्रिज पर उनका काफिला रुका। नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने सड़क और पूल का निरीक्षण किया। लोगों ने हर-हर महादेव और जय श्रीराम के जयघोष से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। योगी आदित्यनाथ कहा कि ‘विकसित भारत’ के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर दृढ़ता के साथ क्रियाशील हैं। उसी कड़ी में वह कल वाराणसी जनपद में करीब चौदह करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न लोक कल्याणकारी विकास परियोजनाओं की सौगात मिल रही है। शिक्षा,सड़क,उद्योग, पर्यटन,वस्त्र और स्वास्थ्य क्षेत्रों से जुड़ी ये परियोजनाएं ‘विकसित भारत’ के ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ की संकल्पना की सिद्धि में अत्यंत सहायक होंगी। जबकि राहुल गांधी का कहना था कि जब वे वाराणसी दौरे पर थे तब उन्होंने रात में लोगों को सड़क पर शराब के नशे में नाचते हुए देखा। साथ ही उन्होंने कहा कि रात को यूपी का भविष्य शराब के नशे में नाचते हुए देखा। राम मंदिर को आपको नरेंद्र मोदी दिखेगा। अंबानी दिखेगा। आडनी दिखेगा। हिंदूस्तान के सारे अरबपति दिखेंगे। आपको एक भी पिछड़े जाति के लोग और आदिवासी नहीं दिखेंगे क्योंकि इनका सड़क पर भीख मांगने का है और उनका काम पैसा गिनने का है।