- सहकारिता के प्रमुख सचिव बीएल मीना दुबे की जगह बने प्रमुख सचिव उद्यान व रेशम
- बलकार नए आवास आयुक्त बने, उनकी जगह राजशेखर पहुंचे जलनिगम ग्रामीण
नया लुक ब्यूरो
लखनऊ। चुनाव आयोग के निर्देश पर तीन साल से ज्यादा समय तक फील्ड में जमें अफसरों को हटाना था, लेकिन उनके लिए जगह बनाने के लिए सरकार ने शासन स्तर पर फेरबदल कर डाले। कमिश्नर से प्रमुख सचिव बने पी. गुरु प्रसाद और रविंद्र को बतौर प्रमुख सचिव पोस्टिंग मिल गई। उन्हें क्रमशः प्रमुख सचिव राजस्व एवं प्रमुख सचिव दुग्ध एवं पशुधन बनाया गया। वहीं साल 1987 बैच के IAS अफसर हेमंत राव के रिटायर होने पर खाली हुई कुर्सी पर उनसे एक बैच जूनियर और ठीक उनके बाद वरिष्ठता क्रम में मौजूद रजनीश दुबे (1988) को राजस्व परिषद का चेयरमैन बनाया गया। हालांकि उनसे वरिष्ठ महेश गुप्ता अभी भी अपर मुख्य सचिव ऊर्जा जैसे विशेष पद पर जमे हुए हैं। बताते चलें कि महेश गुप्ता मई माह में सेवानिवृत्त होंगे, जबकि रजनीश दुबे अगस्त 2024 में रिटायर हो रहे हैं।
सरकार ने इसी क्रम में सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव बाबूलाल मीना को प्रमुख सचिव उद्यान व रेशम बनाया है। उनकी जगह राजेश कुमार सिंह को प्रमुख सचिव सहकारिता बनाया गया। उनके पास प्रमुख सचिव कारागार का अतिरिक्त चार्ज यथावत रहेगा। गौरतलब है कि मौजूदा सरकार के सबसे ताकतवर नौकरशाह में शुमार 1988 बैच के अफसर मनोज कुमार सिंह से एक और विभाग का चार्ज वापस ले लिया गया। उनके पास अभी भी कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज और औद्योगिक विकास आयुक्त का पद मौजूद है। जनवरी 2024 में सचिव पद से प्रमुख सचिव पद के लिए प्रमोट हुए 1999 बैच के अफसर पी. गुरुप्रसाद और रवींद्र को सरकार ने प्रमुख सचिव की कुर्सी सौंप दी। जहां रवींद्र प्रमुख सचिव दुग्ध एवं पशुधन बनाये गये, वहीं पी.गुरु प्रसाद को प्रमुख सचिव राजस्व बनाया गया है।
साल 2004 बैच के अधिकारी बलकार सिंह नए आवास आयुक्त बनाये गये हैं। उनकी जगह मौजूद साल 2000 बैच के अफसर रणवीर प्रसाद को एमडी विद्युत उत्पादन निगम बनाया गया है। वहीं बी. चैत्रा को अलीगढ़ का कमिश्वर बनाया गया है। जबकि केंद्र की प्रतिनियुक्ति से लौटे 2008 बैच के प्रमोटी अफसर विमल दुबे को झांसी मंडल का मंडलायुक्त बनाया गया। झांसी कमिश्नर रहे डॉ. आदर्श सिंह अब नए आबकारी आयुक्त की कुर्सी संभालेंगे। बताते चलें कि साल 2007 बैच के आदर्श सिंह को बाराबंकी डीएम की कुर्सी से हटाकर सरकार ने प्रभारी मंडलायुक्त बना दिया था। सचिव कृषि रहे 2004 बैच के राजशेखर को MD जल निगम (ग्रामीण) बनाया गया है। वहीं इस पद से बलकार सिंह को हटाकर आवास आयुक्त की कुर्सी सौंपी गई है।
इस साल रिटायर हो रहे हैं कई अफसर
गौरतलब है कि इस साल यूपी कैडर के कई बड़े नौकरशाह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस माह यानी फरवरी में 1987 बैच के हेमंत राव और 1990 बैच के सुधीर गर्ग रिटायर हो रहे हैं। सरकार ने हेमंत की जगह रजनीश दुबे को तैनाती दे दी, वहीं सुधीर की जगह पी. गुरु प्रसाद ले रहे हैं। अगले माह 1989 बैच के अपर मुख्य सचिव MSME अमित मोहन प्रसाद और 1990 बैच की डीजी उपाम कल्पना अवस्थी भी रिटायर हो रही हैं। मई माह में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश गुप्ता, अपर मुख्य सचिव खाद्य एवं औषधि प्रशासन 1990 बैच की अफसर अनीता सिंह रिटायर हो रही हैं। उनके साथ मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल योगेश्वर राम मिश्र (2005) भी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इनके ठीक एक माह बाद यानी जून महीने में केंद्र में सचिव DOPT के पद पर तैनात एस. राधा चौहान भी रिटायर हो जाएंगी। वहीं अगस्त माह में 1988 बैच के रजनीश दुबे रिटायर होंगे तो उनसे ठीक एक माह बाद 1990 बैच के नितिन रमेश गोकर्ण भी रिटायर हो जाएंगे। साल के अंत में भारत सरकार में सचिव उपभोक्ता आयोग के पद पर तैनात 1987 बैच की लीना नंदन तो 1989 बैच के अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह भी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसके अलावा कई प्रमोटी अफसर भी इस साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं।