नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर संदेशखाली के अपराधी शाहजहां शेख को राजनीतिक एवं कानूनी संरक्षण प्रदान करने का आरोप लगाया और पूछा कि यदि उसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मामले में गिरफ्तार किया गया है तो उसे ED को सौंपा क्यों नहीं और अगर ऐसा नहीं है तो उस पर महिला उत्पीड़न संबंधी आरोप क्यों नहीं लगाये गये। BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लगभग अब तक 56 दिनों तक एजेंसियों की तलाश के बाद आखिरकार शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जैसे ही कलकत्ता उच्च न्यायालय ED के मामले में गिरफ्तारी से रोक हटायी, शाहजहां को गिरफ्तार किया गया है लेकिन चिंता की बात यह है कि उनके गिरफ्तारी वारंट में बलात्कार, बलात्कार के लिए उकसाने या महिलाओं के खिलाफ अपराध की कोई धारा नहीं किया गया है। यह भी स्पष्ट है कि बंगाल सरकार के रुख का संदेशखाली की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है। अगर उन्हें ED से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया गया है। तो बंगाल सरकार उन्हें ED को क्यों नहीं सौंप रही है? त्रिवेदी ने कहा कि मुझे इस बात का पुख्ता संदेह है कि शाहजहां शेख महफूज ठिकाने पर ममता सरकार की ‘दामन-ए-रहमत’ में कहीं पर ‘महफूज’ था। अब उसे दोबारा हिफाजत देने के लिए ताकि उसे ED और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (BJP) द्वारा गिरफ्तार न किया जा सके, इसलिए पश्चिम बंगाल पुलिस की ‘मेहमान नवाजी’ में चला गया है। मैं मेहमान नवाजी इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि गिरफ्तारी के दौरान शाहजहां शेख की जो बॉडी लैंग्वेज थी, वह किसी गुनहगार की नहीं लग रही थी।
उन्होंने कहा कि शाहजहाँ शेख की तथाकथित गिरफ़्तारी के समय उसकी शारीरिक भाषा का विश्लेषण करें, और ध्यान दें कि वह कितनी निडरता से चल रहा था…क्या किसी जघन्य अपराध का आरोपी इस तरह चलने की हिम्मत करेगा? ममता बनर्जी ने पहले सदन में उनका बचाव किया और अब उन्हें पुलिस सुरक्षा प्राप्त है। उन्होंने मीडिया को जो उंगलियों से जो विक्ट्री साइन (विजय का चिह्न) दिखाया, उसका मतलब क्या था। BJP प्रवक्ता ने कहा कि संदेशखाली का संदेश भारत के लिए बिल्कुल स्पष्ट है। वह पूछना चाहते हैं कि जिसका सदन के पटल पर बचाव किया गया, वह अभी तक राजनीतिक संरक्षण में था, क्या अब वह कानूनी संरक्षण में चला गया है। उस पर महिला उत्पीड़न के आरोप क्यों नहीं लगाये गये हैं। यदि ED के मामले में गिरफ्तार किया गया तो उसे ED को सौंपा क्यों नहीं गया। यदि कैमरे के सामने उसका ये जलवा था तो जेल में कितना जलाल होगा। विक्ट्री साइन का क्या मतलब है।
त्रिवेदी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा पाकिस्तान एवं चीन के समर्थन को लेकर भी इंडी गठबंधन के दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता बी के हरिप्रसाद एवं पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद के पाकिस्तान के बारे में बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति ईर्ष्या एवं वैमनस्य इस सीमा तक चला गया है कि वे पाकिस्तान को BJP का दुश्मन बताने लगे हैं, ना कि भारत का दुश्मन। उन्होंने याद दिलाया कि पाकिस्तान के नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों का इस्तेमाल करके अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत पर हमले किये हैं। उन्होंने पूछा कि गांधी की मोहब्बत की दुकान में पाकिस्तान से इतनी मोहब्बत का कारण क्या है।
तमिलनाडु सरकार के एक कार्यक्रम में हमारे राकेट पर चीनी झंडे का मुद्दा उठाते हुए BJP प्रवक्ता ने कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार के नेताओं ने ‘सनातन धर्म के उन्मूलन’ के लिए एक सम्मेलन आयोजित किया और अब हमारे रॉकेट पर चीन के झंडे के साथ एक विज्ञापन का उपयोग करके भारत की उपलब्धियों को नीचा दिखा रही है। द्रमुक नेताओं ने न तो इसकी निंदा की है और न ही लोगों से माफ़ी मांगी है। इंडी गठबंधन के नेताओं की बार-बार संवेदनहीनता एवं भारत के प्रति हिकारत एवं नफरत की बात सामने आती रहती है। हिमाचल प्रदेश की राजनीतिक घटनाओं के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो कुछ हुआ, वह कांग्रेस के झूठे वादों एवं छल प्रपंचों के सहारे आयी सरकार की पोल खुल गयी है और लोगों का मोह भंग हो रहा है। विधायकों का निर्णय दरअसल जनता का आक्रोश है। कांग्रेस को अपनी गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एवं इंडी गठबंधन के दल एक दो चुनावी लाभ देख कर राजनीतिक फैसले करते हैं जबकि BJP 1000 साल से दस हजार साल के दौर की कल्पना करके दूरगामी निर्णय लेती है। (वार्ता)