शाश्वत तिवारी
ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने भारत-बांग्लादेश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (IBCCI) और बांग्लादेश आउटबाउंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन (BOTOA) के सहयोग से रविवार को ‘भारत-बांग्लादेश पर्यटन मेले’ पर एक सेमिनार का आयोजन किया। बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने इस कार्यक्रम में शिरकत की और पिछले दशक में दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी में हुई महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला, जिससे न केवल द्विपक्षीय व्यापार बल्कि सांस्कृतिक एवं लोगों से लोगों के बीच संबंधों को भी बढ़ावा मिला है।
समारोह में लगी एक प्रदर्शनी ने खासतौर पर लोगों का ध्यान अपनी खींचा, जिसमें भारत के अलग-अलग राज्यों के खास उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था। भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर प्रदर्शनी की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बीओटीओए के अध्यक्ष इकबाल महमूद और आईबीसीसीआई के उपाध्यक्ष एम. शोएब चौधरी ने प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न राज्यों की हस्तशिल्प वस्तुओं की सराहना की, जिनमें ‘बिदरी कला’ (कर्नाटक), ‘ब्लू पॉटरी’ ( राजस्थान) और ‘डोकरा आभूषण’ (ओडिशा) के उत्पाद शामिल थे।
भारतीय उच्चायोग ने हाल ही में बांग्लादेश सरकार के साथ मिलकर संयुक्त पर्यटन मेले आयोजित करने और वीजा प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए कई जरूरी कदम उठाने का फैसला किया है। इसके अलावा बांग्लादेश और भारत के बीच हवाई संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है। पिछले दिनों कई भारतीय उद्यमियों ने भी बांग्लादेश के पर्यटन उद्योग में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। ऐसे में भारतीय उच्चायोग की इस पहल से दोनों देशों के बीच निश्चित रूप से पर्यटकों की आमद बढ़ेगी, जिससे लोगों का एक-दूसरे से संपर्क बढ़ेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचेगा।