हिरण्याक्ष और हिरण्यकश्यप बध

  • होली का अद्भुत त्योहार
  • एक तरफ राक्षस बध दूसरी तरफ बसंतोत्सव
  • प्रह्लाद के बचने का जश्न दूसरी तरफ रंग भरी होली
बलराम कुमार मणि त्रिपाठी

होली की तैयारियां जोर शोर से शुरू होगई हैं। जगह जगह निर्धारित स्थलों पर सम्मत गड़ गए हैं। लकड़िया और कबाड़ इकट्ठा होर हे हैं। मान्यता के अनुसार घटना सतयुग मे घटी। राक्षस कुल के हिरण्याक्ष और हिरण्य कसिपु दो सगे भाईथे। हिरण्याक्ष ने वेद और धरती चुरा ली उन पर कब्जा कर सृष्टि का स्वामी बनना चाहता था। जिसके लिए वराह अवतार हुआ और भगवान ने उसे मार कर वेद वापस लाए और धरती को समुद्र के गर्भ से बाहर निकाला।

हिरण्य कशिपु भी बड़ा प्रतापी था। पर उसके ही बेटे प्रहलाद ने देवर्षि नारद के प्रभाव मे श्रीहरि का भक्त बन कर पिता कौ छका दिया। वह अपने बेटै को मारने का यत्न करं लगा। अंतत: सब करके हार गया नही मार सआ। तो उसकी बहन ने प्रहलाद को गोद मे लेकर आग मै लेकर बैठने की ठानी। क्यों कि उसे आग मे न जलने का बरदान था। सम्मति की वही आग जी। प्रह्लाद को गोद मेलेकर बैठने वाली उसकी बुआ आग मै जल मरी,पर प्रह्लाद बच गया। फाल्गुन सुदी पूर्णिमा की रात यह घटना घटी।

इसीलिए सम्यत मे सभी अलावन डालते है और हौलिका दाह कर प्रह्लाद के बच जानै का जश्न मनाते हैं। अंत मे निराश होकर हिरण्य कशिपु लोहे के जंजीर मे प्रह्लाद कौ बांध कर तलवार से मारने कौ उद्यत होजाता है। तब खंभा फाड़ कर भगवान नृसिंह प्रकट होजाते है। दरवाजे की जगत पर बैठ कर हिरण्य कशिपू कौ गोद मे लिटा कर उसका पेक नाखून से फाड़ देते है और लहू पीलेते हैं। आंतो की माला धारण करते है। उनका विकराल रूप देख सभी डर जाते है। भगवान नृसिंह प्रह्लाद को लेकर वात्सल्य वश चाटने लगते हैं। कहते है “क्षमा करना बेटा मेरे आने मे बिलंब हुआ। प्रह्लाद ने अपने पिता की मुक्ति मांगी “और फिर हजारो वर्ष तक राज्य किया। इस तरह राम नाम की समाज मे प्रतिष्ठा हुई।

Religion

गणेश चतुर्थीः आज से ही होगी 11 दिवसीय महोत्सव की शुरुआत

राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद सनातन धर्म में गणेश पूजा का खासा महत्व माना गया है। बप्पा के भक्तों में मान्यता है कि गणेश चतुर्थी की बहुत मान्यता है। भगवान गणेश के जन्मोत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान […]

Read More
Religion

जानिए कब है हरतालिका तीज 2024, क्या है तिथि, शुभ मुहूर्त और व्रत अनुष्ठान

एक ऐसा पर्व जिसके करने से पति की होती है बड़ी उम्र कुंवारी कन्या करें यह व्रत तो भोलेनाथ देते हैं सुंदर वर ज्योतिषाचार्य डॉक्टर उमाशंकर मिश्र, 9415087711 हरतालिका तीज भगवान शिव और देवी पार्वती के वैवाहिक बंधन का सम्मान करने के लिए मनाई जाती है। हरतालिका तीज पर लड़कियां और विवाहित महिलाएं दोनों ही […]

Read More
Religion

आज जया एकादशी व्रत- 29 अगस्त को

“भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। साधक को इस लोक में श्रीहरि की कृपा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अतः एकादशी तिथि पर साधक […]

Read More