- इंदिरा नगर में घनी बस्ती में हुई वारदात
- आलमारी खुली, सामान गायब
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। राजधानी में दुस्साहसिक घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंदिरा नगर क्षेत्र स्थित घनी बस्ती 92 वर्षीय एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई। बदमाशों ने उनके कुर्ते से गला कसकर मौत की नींद सुला मौके से भाग निकले।
इस मामले की जानकारी तब हुई जब खाना बनाने पहुंची महिला ने तख्त पर उनका नग्न शव पड़ा देखा और कमरे में सामान अस्त व्यस्त था।
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
बताया जा रहा है कि इंदिरानगर क्षेत्र स्थित सेक्टर ए में घर में अकेले रहने वाले 92 वर्षीय बुजुर्ग प्रेम नारायण अग्रवाल जल निगम से सीनियर एकाउंटेंट के पद से सेवानिवृत्त थे। बताया जा रहा है कि प्रेम नारायण अग्रवाल की शनिवार को हत्या कर लूटपाट की गई। शाम को खाना बनाने पहुंची महिला ने तख्त पर उनका नग्न शव पड़ा देखा। सूचना पर पुलिस और मृतक के ससुरालीजन पहुंचे। गाजीपुर थाने की पुलिस संदिग्ध नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि प्रेम नारायण की पत्नी सरोज बाला की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है उनके बच्चे नहीं थे। प्रेम नारायण घर पर अकेले रहते थे। एसीपी गाजीपुर विकास जायसवाल ने बताया कि उनके मकान में किराये पर रह चुकीं हर्षिता रोजाना उनके लिए खाना बनाने आती थीं। शनिवार शाम करीब पांच बजे प्रेम नारायण के घर पहुंचीं। भीतर गईं तो देखा, कमरे में तख्त पर उनका शव पड़ा है। शरीर पर एक कपड़ा नहीं था। हर्षिता ने पुलिस को सूचना दी। फिर पुलिस ने नाका निवासी प्रेम नारायण के साले राजीव अग्रवाल को घटना की जानकारी दी। एसीपी के मुताबिक प्रेम नारायण के गले में कुर्ता कसा हुआ था। आशंका है कि इसी से मारा गया। यह भी आशंका है कि शायद हत्यारे ने हाथों से गला घोंटा हो। रविवार को पोस्टमार्टम से मौत की वजह साफ होगी।
खुली थी अलमारी, सामान था अस्त-व्यस्त
पुलिस अफसरों ने जांच-पड़ताल में पाया कि घर का सामान अस्त-व्यस्त था। अलमारी खुली थी। साफ है कि घटना को अंजाम देने वाले ने लूटपाट की। हालांकि, कितने की लूट हुई, यह बताने वाला कोई नहीं है।
CCTV कैमरे में कैद हुआ एक संदिग्ध, पुलिस हिरासत में एक शख्स
पुलिस अफसरों ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें कैद हुए नाबालिग संदिग्ध को कुछ ही देर बाद पकड़ लिया गया। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिया गया युवक नशे का आदि है। आशंका है कि पैसों के लिए वह घर में घुसा और जब प्रेम नारायण ने उसे देखकर विरोध किया तो उसने उनकी हत्या कर दी घर में रखा सामान लूट कर भाग निकला।
राजधानी में बुजुर्ग सुरक्षित नहीं
राजधानी लखनऊ में अकेले रहने वाले बुजुर्ग बदमाशों का निशाना बन रहे हैं। पुरानी घटनाओं पर गौर करें तो पांडेय का तालाब मोतीझील बदमाशों ने रिटायर्ड जेलर अंबिका प्रसाद तिवारी की पत्नी विमला की हत्या कर लूट-पाट की। ठीक ऐसे ही बदमाशों ने आशियाना क्षेत्र में वकील विष्णु गोपाल व उनकी पत्नी रुक्मिणी को निशाना बनाया। वर्ष 2013 में मनकामेश्वर मंदिर के पास घनी बस्ती में रहने वाली बुजुर्ग महिला लक्ष्मी देवी बदमाशों का निशाना बनी। इंदिरा नगर में रहने वाले प्रेम नारायण अग्रवाल ही नहीं हत्याकांड तो महज़ बानगी भर है और भी कई सीनियर सिटीजन बदमाशों का निशाना बन चुके हैं।