सुवा। भारत ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अपने प्रमुख साझेदारों में से एक फिजी के स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग किया है। फिजी की राजधानी सुवा में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय उच्चायुक्त पी. एस. कार्तिगेयन ने फिजी के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रातू एटोनियो लालबालावु को कई महत्वपूर्ण दवाओं वाली एक चिकित्सा खेप सौंपी।
भारतीय उच्चायोग के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सुवा में फिजी फार्मास्युटिकल और बायोमेडिकल सर्विस सेंटर में आयोजित एक समारोह में इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट ऑफ चाइल्डहुड इलनेस (आईएमसीआई) कार्यक्रम के तहत यह चिकित्सा खेप सौंपी गई है, जिसमें बच्चों के लिए दवा और इंजेक्शन सहित 1.04 करोड़ भारतीय रुपयों (लगभग 2.82 लाख फिजियन डॉलर) की आपूर्ति शामिल है।
उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा भारत को एक मजबूत और स्वस्थ अगली पीढ़ी के निर्माण में मदद करने के लिए फिजी के साथ फिर से हाथ मिलाने का सौभाग्य मिला है। आईएमसीआई के तहत माननीय स्वास्थ्य मंत्री को 2.8 लाख फिजियन डॉलर से अधिक मूल्य की मेड इन इंडिया दवाएं सौंपने के आज के कार्यक्रम की झलकियां।
दूतावास के अनुसार, दवा की खेप में एमोक्सिसिलिन सस्पेंशन, ट्राइमेहोप्रिम सस्पेंशन, एरिथ्रोम्यूसिन सस्पेंशन, पैरासिटामोल मिक्सचर, जिंक ऑक्साइड क्रीम, इकोनाजोल क्रीम, निस्टैटिन ड्रॉप्स, क्लोरैम्फेनिकॉल आई ड्रॉप्स, क्लोरैम्फेनिकॉल ईयर ड्रॉप्स, क्लोरैम्फेनिकॉल इंजेक्शन और विटामिन ए इंजेक्शन शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान उच्चायुक्त कार्तिगेयन ने कहा कि भारत सरकार द्वारा सुवा में 100 बिस्तरों वाला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित किया जाएगा, जो कि फिजी और व्यापक प्रशांत क्षेत्र के साथ हमारी विकास साझेदारी में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि मार्च 2021 में भारत ने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने में मदद के लिए अनुदान के रूप में फिजी को 1 लाख कोविड वैक्सीन की आपूर्ति की थी। इसके अलावा भारत की ओर से दिसंबर 2021 और अगस्त 2023 के बीच, द्विपक्षीय अनुदान कार्यक्रम के तहत फिजी में एचआईवी रोगियों के लिए जीवनरक्षक एंटी-रेट्रोवायरल दवाओं की तीन खेप भेजी गई थी।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)