चार जून की प्रतीक्षा, माफिया की उसके बाद नहीं होगी रक्षा

  • सीएम योगी का बड़ा ऐलान, कहा- चार जून के बाद माफिया मुक्त राज्य घोषित होगा उत्तर प्रदेश
  • अब मटियामेट करने की कसम खा ली है यूपी के सीएम ने, जो कहते हैं वो कर दिखाते हैं योगी

ए. अहमद सौदागर

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ पर विपक्षी दल लगातार आरोप लगाते रहे कि उन्होंने अपने सजातीय अपराधियों और माफिया पर कभी हाथ डालने तक की जुर्रत नहीं की है। लेकिन अब योगी आदित्यनाथ ने एलान कर दिया है कि आज से 23 दिन बाद कोई भी अपराधी, चाहे वह कितना भी बड़ा गैंगस्टर क्यों न हो। सियासत का लबादा क्यों न ओढ़ लिया हो या किसी सियासतदां की छांव तले क्यों न चल रहा हो, उसकी खैरियत नहीं। और उसे मटियामेट करके ही मेरी हुकूमत दम लेगी। बताते चलें कि यूपी में कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने और जेलों में बंद सूचीबद्ध माफियाओं की संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने खास पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ़रमान जारी करते हुए कहा कि आगामी चार जून के बाद खुली हवा में घूम रहे आपराधिक प्रवृत्ति के माफिया के खिलाफ अभियान चलाने की पहल शुरू की जाएगी।

जानकारों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस मामले में संबंधित विभाग ने कार्रवाई में आनाकानी की तो उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं सूत्र यह भी बताते हैं कि ब्रजेश सिंह, धनंजय सिंह, विकास सिंह, त्रिभुवन सिंह, सुधाकर सिंह सहित चार दर्जन से अधिक आपराधिक प्रवृत्ति के माफिया पर शासन नजरें गड़ाए हुए है और चुनाव खत्म होते ही इन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।

चुनाव का माहौल न बिगाड़ दे सूचीबद्ध माफिया

पुलिस के रडार से फिसले चार दर्जन से अधिक सूचीबद्ध आपराधिक प्रवृत्ति के माफिया लोकसभा चुनाव का माहौल बिगाड़ सकते हैं। इनमें कुछ जेल में बंद हैं तो कुछ खुली हवा में आजाद बनकर घूम रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसकी भनक लगते ही सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार जून के बाद धर-पकड़ और उनकी संपत्ति जब्त करने के लिए ऐलान करते हुए कहा कि माफिया जितना घूमना हो घूम लें, लेकिन बच नहीं पाएगा।

गोरखपुर का माफिया विनोद उपाध्याय भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

यूपी के अलग-अलग जिलों में चार दर्जन से अधिक ऐसे सूचीबद्ध माफिया हैं जो कई बरसों से आजाद बनकर घूम रहे हैं। फिलहाल यूपी सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि माफिया अब किसी भी सूरत में नहीं बचेंगे। सूचीबद्ध माफिया की बात करें तो पांच माफिया फरार हैं, जिनकी पुलिस लम्बे समय से तलाश कर रही है, जबकि बृजेश सिंह समेत 20 माफिया जमानत पर बाहर हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात बदन सिंह उर्फ बद्दो, सहारनपुर निवासी पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला, गौतमबुद्धनगर का मनोज उर्फ आसे, मेरठ का विनय त्यागी उर्फ टिंकू, लखनऊ का जुगनूवालिया उर्फ हरविंदर तथा प्रयागराज का जावेद उर्फ पप्पू भी फरार चल रहा है। इन सभी की पुलिस तलाश कर रही है।

बांदा जेल में हार्ट अटैक के चलते मर गया मुख्तार

चार बड़े माफिया की हो चुकी है मौत

कभी अतीक की तूती बोलती थी, अब इतिहास में तब्दील हुआ यह माफिया

वहीं चिन्हित 66 माफिया की सूची में शामिल रहे अतीक अहमद की पुलिस अभिरक्षा में हत्या हो चुकी है और पुलिस अभिरक्षा से भाग निकले आदित्य राणा उर्फ रवि मुठभेड़ में मारा गया था। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की सांसे हार्ट अटैक के चलते थम गईं और वो दुनिया को अलविदा कह गया। विनोद उपाध्याय भी पुलिस मुठभेड़ में अपनी जान गंवा चुका है। इसके अलावा माफिया बृजेश सिंह, सुशील उर्फ मूंछ, विनोद शर्मा, एजाज, डब्बू सिंह उर्फ प्रदीप, गुड्डू सिंह, अनूप सिंह, संजीव द्विवेदी, राकेश यादव, सुधीर सिंह, राजन तिवारी, सउद अख्तर, लल्लू यादव, बच्चू यादव, राजेश यादव, गणेश यादव, कम्मू उर्फ कमरुल हसन व जाबिर हुसैन जमानत पर बाहर हैं।

जेल में है यह माफिया

उधम सिंह, यागेश भदौड़ा, हाजी याकूब कुरैशी, शारिक, सुनील राठी, धर्मेंद्र, यशपाल तोमर, अमर पाल उर्फ कालू, अनुज बरखा, विक्रांत उर्फ विक्की, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, अनिल चौधरी, ऋषि कुमार शर्मा, अनुपम दुबे, खान मुबारक समेत कई माफिया जेल में हैं।

कयामत के दिन तक नहीं होगा गजवा-ए-हिंद

कुछ इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा गजवा-ए-हिंद के बारे में बोलने पर योगी ने कहा, कयामत के दिन तक गजवा-ए-हिंद नहीं होने वाला है। भारत, भारत ही रहेगा। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी के वोट जिहाद के आह्वान पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वोट के लिए जिहाद करेंगे तो जन्नत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले 10 वर्षों के दौरान मोदी जी ने जाति और धर्म को किनारे रख के सभी को समान रूप से सामाजिक कल्याण की योजनाओं का लाभ दिया। जो लोग हमारे समाज का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं, वे कभी मुसलमानों के हितैषी नहीं हो सकते। वे हमेशा चाहेंगे कि मुसलमान लुंगी पहनें और दौड़ें।

माफिया की जमीनों पर बनेगा अस्पताल और स्कूल

कुछ इसी अंदाज में माफिया को मटियामेट करने की ठानी है योगी आदित्यनाथ ने…

सीएम योगी ने कहा कि माफिया की अवैध जमीनों पर अस्पताल और स्कूल बनाए जाएंगे। पहले चरण में माफिया को टारगेट किया जाएगा और दूसरे चरण में उनके गुर्गों की संपत्तियां भी जब्त की जाएगी। इसके लिए हमारी कार्य योजना भी तैयार है। मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान से जुड़े सवाल का भी जवाब दिया। आजम खान की संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि ये उस महाभारत परिवार के एक और “काका श्री” हैं। जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था, तो दुर्योधन और दुशासन के सामने हर कोई चुप था। जैसी करनी वैसी भरनी (जैसा बोओगे, वैसा काटोगे) चाहे वह आजम खान हों या कोई माफिया सरगना। उन्होंने राज्य के विकास में बाधा डाली। इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

दंगाइयों पर चलेगा डंडा

एक सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा कि जो भी दंगा करेगा उस पर डंडा तो चलेगा ही। यूपी में दंगा करने वालों को सात पीढ़ी तक जुर्माना भरना होगा। आज प्रदेश की बहन-बेटियां सुरक्षित हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा कि अब एक अपराधी गले में तख्ती डालकर जान की भीख मांगने पर मजबूर है। हमने प्रदेश में एक भयमुक्त वातावरण दिया है।

Raj Dharm UP

पर्चियां भेजकर जेलों से अफसर मंगा रहे बांसमती चावल!

खानपान की वस्तुओं के साथ मंगाई जा रही महंगी विलासिता की वस्तुएं आईजी जेल से हुई शिकायत से हुआ मामले का खुलासा राकेश यादव लखनऊ। कारागार मुख्यालय के उच्चाधिकारी जेल की सब्जी और दूध के साथ अब घरों के लिए होम एप्लायंस के साथ विलासिता की अन्य सामग्री भी मंगाने लगे हैं। इस गड़बड़ झाले […]

Read More
Raj Dharm UP

मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फेर रहे नौकरशाह!

गृह सचिव का आदेश के बाद भी प्रमुख सचिव कारागार ने नहीं की कोई कार्यवाही शासन-मुख्यालय ने दबाई 12 जेल अधीक्षकों के निलंबन की फाइल दंडित करने के बजाए शासन ने दी दोषियों को प्राइज पोस्टिंग राकेश यादव लखनऊ। प्रदेश के नौकरशाह मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। उच्च स्तर के निर्देश पर […]

Read More
Raj Dharm UP

निलंबित होने वाले अफसर को प्रमोशन देने की तैयारी!

चहेतों को बचाने में जेल के आला अफसरों को हासिल महारत शासन की रिपोर्ट के बाद भी नहीं की गई कोई कार्यवाही लखनऊ। शासन में बैठे कारागार विभाग के आला अफसरों को चहेते अफसरों को बचाने महारत हासिल है। यह बात सुनने और पढ़ने में भले ही अटपटी लगे लेकिन दस्तावेज इस सच की पुष्टि […]

Read More