श्रीराम मंदिर की सुरक्षा में तैनात एसएसएफ जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

अयोध्या महराजगंज!

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर सुरक्षा में तैनात एसएसएफ (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने के बाद मौत हो गयी। 28 वर्षीय जवान शत्रुघ्न विश्वकर्मा पुत्र स्व. शिवपूजन विश्वकर्मा निवासी सम्मनपुर थानाक्षेत्र के कजपुरा (पिडैला) के आत्महत्या का कारण लोगों के समझ से परे है।

एसएसपी राजकरण नैयर ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है। बुधवार भोर में संदिग्ध परिस्थितियों में डयूटी के दौरान सरकारी असलहे से गोली उनके सीने में लग गई। सुरक्षा कर्मियों ने आनन फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए अस्पताल से ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है। एसएसपी राज करण नैयर का कहना है कि सुबह 5:15 बजे घटना की सूचना गार्ड कमांडर द्वारा दी गई थी। गार्ड कमांडर ने बताया कि आरक्षी द्वारा खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली गई है।

राम के नाम का भी नहीं मिला साथ, जीत गए अवधेश पासी… उनका नारा ‘अयोध्या-मथुरा-काशी, अबकी बार अवधेश पासी’ हिट रहा

स्थानांतरण पर सोनौली थानाध्यक्ष को दी गई विदाई, नए थानाध्यक्ष का हुआ स्वागत

 

घटना के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था और डॉक्टरों ने मृत घोषित किया है। इलाहाबाद में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जवान के भाई दिलीप विश्वकर्मा ने पुलिस पर सही जानकारी न देने का आरोप लगाया था। मृतक जवान शत्रुघ्न विश्वकर्मा के 05 भाई और दो बहन रेनू व सीमा है। मां जीतपति देवी का रो रो कर बुराहाल है। सबको पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

Analysis

महाराष्ट्र में भगवा का जलवा, ‘I.N.D.I.A.’ को फेल कर गया फ़तवा

अबकी बार योगी का नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ ने दिलाई दमदार जीत शिवसेना के वोटरों में भारी टूट, बीजेपी जीत गई महाराष्ट्र के सभी बूथ मुम्बई से लाइव शिवानंद चंद गहरे समंदर की खामोशी पढ़ना आसान है, लेकिन वोटरों की खामोशी पढ़ना किसी भी शिक्षाविद, विद्वान और राजनेता के लिए कठि न है। यही गच्चा […]

Read More
Analysis

EXCLUSIVE: मंगलमास कार्तिक की पूर्णिमा का पूर्ण स्वरूप

संजय तिवारी कार्तिक पूर्ण मास है। प्रत्येक दिवस मंगल है। सनातन का मंगलमास। ऐसे में इस मास की पूर्णिमा तो अद्भुत ही है। सनातन संस्कृति में पूर्णिमा का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष 12 पूर्णिमाएं होती हैं। जब अधिकमास व मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 13 हो जाती है। कार्तिक पूर्णिमा […]

Read More
Analysis

सूर्य उपासना का महापर्व छठः वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा हो जाती है पूरी

इन तीन कथाओं से आप भी जान जाएँगे सूर्य षष्ठी यानी छठी मइया व्रत का महात्म्य धन–धान्य, आयु और आरोग्य देती हैं छठी मइया, जानें इनकी कथाएं सुनील कुमार इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस पर्व में सदियों से गंगा नदी व अन्य सरोवरों में सभी जाति व धर्मों के लोग […]

Read More