
- सरकार का हाईटेक पुलिसिंग पर भी रहा जोर
- अकबरनगर तो एक नमूना और भी कई इलाके एलडीए व नगर निगम के निशाने पर
- चलता रहा बुलडोजर और देखते रह गए लोग
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। सरकार ने बीते कुछ सालों में पुलिस को आधुनिक और संसाधन संपन्न बनाने में सफल नज़र आई। यूपी बेहतर कानून-व्यवस्था के चलते कई खूंखार अपराधी ढेर हुए तो कईयो लंगड़े लूले बनकर घूम रहे हैं।
अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ का जोर रहा।
वहीं आतंक का पर्याय बने अपराधियों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ अवैध रूप से कब्जा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए शहरी क्षेत्रों में काफी समय से कब्जा किए गए जमीनों को खाली कराया।
उदाहरण के तौर पर अकबरनगर में काफी दिनों से जमीनों पर कब्जा रहा, जहां मंदिर-मस्जिद भी बनी हुई थी और वह भी जात-पात दरकिनार करते हुए ढहा दिया गया।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का कड़ा रुख देख विपक्ष दाएं-बाएं घूमता रहा, लेकिन बाबा का भय इस कदर हावी नजर आया कि किसी ने अकबरनगर की ओर देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। लिहाजा अब वही अकबरनगर विरान की तरह दिखाई दे रहा है।
,,, अग्निपरीक्षा में सफल रहा बाबा का हुंकार,,,
राजधानी लखनऊ के शहरी क्षेत्र से जुड़े अकबरनगर में बसे लोगों से जमीन खाली करना और कराना सरकार के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था। इस अग्निपरीक्षा के दौरान एलडीए और नगर निगम के आलाधिकारियों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
आलिशान महल में रहने वाले लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा, लेकिन बाबा की हुंकार के आगे सब के सब नतमस्तक नजर आए और सरकार अग्निपरीक्षा में पास हो गई।
,,, दो पर्व सकुशल निपटे,,,
लोकसभा चुनाव के बाद बक़रीद और बड़े मंगल पर्व भी सकुशल निपटाना पुलिस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं थी, लेकिन मुख्यमंत्री व डीजीपी के सख्त निर्देश पर यूपी पुलिस ने दो पर्वों को सकुशल संपन्न कराया।
ये वह पर्व थे जिसे निपटाने के लिए मानो एक कसरत थी, लेकिन पुलिसकर्मियों की मेहनत के किसी भी शरारती तत्वों की मनमानी नहीं चल पाई।