ज्योतिष आचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा 9415087711
हिंदू धर्म में सभी माह का अपना-अपना अलग महत्व होता है। प्रत्येक माह में आने वाले व्रत और त्योहार उस माह की महत्ता को बढ़ाते हैं। आषाढ़ माह की शुरुआत हो चुकी है। यह माह आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में मुख्य रूप से भगवान विष्णु की पूजा का विधान है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ मास वर्ष का चौथा महीना है।
इस माह में मां देवी की पूजा करने का भी विधान हैं, क्योंकि इस महीने में गुप्त नवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस माह को मानसून के आगमन का प्रतीक भी माना जाता है। इस दौरान सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने से सभी तरह की बीमारियां दूर होती हैं। इसके अलावा दुश्मनों पर भी जीत मिलती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ के महीने में की गई पूजा से हर मनोकामना पूर्ण होती है। यह माह तीर्थ यात्रा के लिए सबसे शुभ होता है। ऐसे में कुछ खास उपायों को करने से व्यक्ति को मनचाहे परिणामों की प्राप्ति होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। आइए इन के बारे में जान लेते हैं।
आषाढ़ मास आरंभ तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह 23 जून 2024 से शुरू होकर और इसका समापन 21 जुलाई 2024 को होगा। ऐसे में आप इस पूरे माह पूजा-पाठ की सहायता से भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं।
आषाढ़ माह में करें ये उपाय
आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि बेहद शुभ मानी जाती है। इस दिन पुण्य फल प्राप्ति के लिए पूजा, जप-तप और दान आदि से जुड़े कार्य करने चाहिए। ऐसा करने मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही संकटों में भी कमी आती है। आषाढ़ माह में गरीबों एवं जरूरतमंदों को लाल वस्त्र, श्रीफल आदि चीजों का दान करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। इस दौरान रोजाना सुबह सूर्योदय से पहले सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। यदि आपके घर परिवार में समस्याएं चल रही हैं, तो सुख-समृद्धि के लिए आषाढ़ मास में किसी भी विशेष दिन पर यज्ञ अथवा हवन जरूर कराएं।
आषाढ़ माह के पर्व त्यौहार एवं क्या करें और क्या न करें
=====================((1))–गणेश चतुर्थी 25 जून 2024 दिन मंगलवार————————-=((2))—28 जून शुक्र उदय होगा दिन शुक्रवार————————–((3))— 29 जून शीतला अष्टमी—————————((4))- 2 जुलाई योगिनी एकादशी दिन मंगलवार–((5)) –3– जुलाई प्रदोष दिन बुधवार————————–((6))– 5 -जुलाई अमावस्या दिन शुक्रवार————————-((7))– 6– जुलाई गुप्त नवरात्रि शुरू दिन शनिवार————–((8))—- 9– जुलाई गणेश चतुर्थी दिन मंगलवार((9))– 15 जुलाई गुप्त नवरात्रि नवमी तिथि एवं दशमी तिथि((10))– 17—- जुलाई दिन बुधवार हरि सैनी एकादशी ((11))-21– जुलाई दिन रविवार गुरु पूर्णिमा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ माह में कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, अन्यथा अशुभ परिणाम मिल सकते हैं। बता दें आषाढ़ मास में विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं। साथ ही बासी खाना खाने से बचना चाहिए। आषाढ़ महीने में वरुण देव की पूजा करें। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण की पूजा करना अपार लाभ दिलाता है, इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस समय में तामसिक भोजन का सेवन भूलकर भी न करें।