
- एकाएक हुई कार्यवाही से बाबू संवर्ग में मची खलबली
- जेलर के तबादलों में अनियमितताएं बरतने का आरोप
लखनऊ। कारागार विभाग के तबादलों में धांधली और पत्रावली में गड़बड़ी करने वाले दो बाबुओं को निलंबित कर दिया गया। पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक की इस कार्यवाही से जेल मुख्यालय के बाबुओं में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में अन्य बाबुओं के खिलाफ भी कार्यवाही होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्थानांतरण सत्र के दौरान अधीक्षक और जेलर के तबादलों में अनियमितताएं बरतने के आरोप में आईजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने बड़ी कार्यवाही की है। उन्होंने कारागार मुख्यालय में गोपनीय अनुभाग के प्रभारी बाबू संजय कुमार श्रीवास्तव और विनय रावत को निलंबित कर दिया है।
सूत्रों का कहना है कि गोपनीय अनुभाग के इन बाबुओं के पास अधीक्षक और जेलर के तबादलों की भी जिम्मेदारी थी। विभाग के तबादलों में हुई धांधली और शासन को भेजी गई एक पत्रावली को लेकर इन बाबुओं ने मुख्यालय के अफसरों को गुमराह किया। इसकी जानकारी होते ही मुख्यालय के मुखिया आईजी जेल एक्शन मोड में आ गए। आनन फानन में उन्होंने गोपनीय अनुभाग के इंचार्ज संजय श्रीवास्तव और विनय रावत को निलंबित कर दिया।
सूत्रों की मानें तो इस धांधलेबाजी में गोपनीय अनुभाग के अन्य बाबुओं के खिलाफ भी कार्यवाही की जा सकती है। अधीक्षक, जेलर के साथ डिप्टी जेलर संवर्ग के तबादलों में भी अनुभाग के प्रभारी बाबू ने जमकर गोलमाल किया है। उधर कारागार मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बाबुओं को निलंबित किए जाने की पुष्टि की है।