बायें हाथ से ताबड़तोड़ बैटिंग करने वाले शर्मा हैं पंजाब के नियमित गेंदबाज
स्पिन ऑलराउंडर के रूप में सर जडेजा की जगह भारत को मिल सकता है बड़ा विकल्प
सत्येंद्र शुक्ल ‘दीपक’
नई दिल्ली। भारत की ‘यंगिस्तान’ ने जिम्बाब्वे में पहला टी-20 गंवाने के बाद धमाकेदार वापसी की। कप्तान शुभमन गिल के साथ पारी की शुरुआत करने दूसरी बार उतरे खब्बू बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने रिकार्डतोड़ पारी खेली। उनके इस खेल की बदौलत टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में 234 का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। हरारे में यह किसी टीम का टी-20 में सबसे बड़ा स्कोर है। क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि शतकवीर अभिषेक शर्मा अपनी स्पिन गेंदबाजी में अच्छे से अच्छे बल्लेबाज को फंसाने का माद्दा रखता है, इसलिए इसे भारतीय टीम का भविष्य कहा जा सकता है। बल्लेबाजी में युवराज को अपना गुरु मानने वाले अभिषेक ने उन्हीं की स्टाइल में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और उन्हीं की तरह गेंद भी स्पिन करता है।
अभिषेक का यह बल्ले से बेहतरीन सीज़न रहा है, जहां पर उन्होंने 15 पारियों में 207.75 के स्ट्राइक रेट से 482 रन बनाए हैं। उन्होंने इस सीज़न 42 छक्के लगाए हैं जो एक IPL सीज़न में किसी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा लगाए सबसे अधिक छक्के हैं। वह कारगर गेंदबाज़ी भी करते हैं। एक मैच में उन्होंने RR के मध्य क्रम को बिखेर दिया था। उन्होंने अपनी तीसरी गेंद पर संजू सैमसन को वाइड लांग ऑन पर कैच कराया तो वहीं शिमरॉन हेटमायर को अपने तीसरे ओवर में कैरम बॉल पर बोल्ड किया, जिससे RR ने अपने छह विकेट गंवा दिए थे। अभिषेक ने अपने पहले तीन ओवर में कोई बाउंड्री तक नहीं खाई थी।
175 रनों का बचाव करते हुए चेन्नई की पिच पर SRH ने बतौर छठे गेंदबाज़ के तौर पर उनका इस्तेमाल किया, क्योंकि ओस की कमी के चलते इस पिच पर अधिक टर्न मिल रही थी। SRH के लिए इस सीज़न में उन्होंने अधिक गेंदबाज़ी नहीं की लेकिन सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में पिछले सीज़न उन्होंने पंजाब के बेहतरीन सफ़र में 20 ओवर किए। अभिषेक के बारे में वरुण ऐरन कहते हैं कि जब मैंने प्लेइंग-11 देखी तो मैं जानता था कि आज यह गेंदबाज़ी करेगा। वह काफ़ी अच्छा गेंदबाज़ है। मैंने इसको घरेलू क्रिकेट में बहुत देखा है। वह उन गेंदबाज़ों में से एक है जो दूसरों से अधिक हवा में बीट करता है। वह कैरम बॉल करता है जो हाथ के आगे से गिरती है, यह काफ़ी अच्छी गेंद है। यह दिखाता है कि उनके पास कई विविधता हैं और वह पंजाब के फुलटाइम गेंदबाज़ों में से एक हैं। वह उनमें से है जो गेंदबाज़ी करना पसंद करता है और कप्तान से गेंदबाज़ी करने को कहता है। वह उन ऑलराउंडरों में से एक है जो गेंदबाज़ी करने को देखता है। दूसरी चीज़ यह है कि वह लंबे समय से गेंदबाज़ी का मौक़ा चाहता था और उन्होंने इसका अच्छे से फ़ायदा उठाया।
उन्होंने इस सीज़न अधिक गेंदबाज़ी नहीं की लेकिन अभिषेक उन कुछ भारतीय बल्लेबाज़ों में शामिल हैं जो सीमित ओवर क्रिकेट में गेंदबाज़ी कर सकते हैं, जैसे शिवम दुबे, रियान पराग और नितीश कुमार रेड्डी। इस तरह के कौशल की अभी भारतीय टीम में कमी महसूस हो रही है, क्योंकि आगामी टी20 विश्व कप टीम में चुने गए विशुद्ध बल्लेबाज़ों में कोई भी गेंदबाज़ी नहीं कर सकता है।
वहीं टाइमआउट शो पर ही टॉम मूडी ने कहा कि उसने अपना 100 प्रतिशत बचाव किया। हां वह घरेलू क्रिकेट की तरह अधिक गेंदबाज़ी नहीं करता है, इसके पीछे कुछ भी कारण हो लेकिन भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए उसको गेंदबाज़ी करनी होगी क्योंकि वह विशुद्ध पैकेज है। वह शीर्ष क्रम पर बल्लेबाज़ी करता है। एक ऐसा बल्लेबाज़ है जो किसी भी प्रारूप में गेंदबाजों की धुनाई कर सकता है। वह बाएं हाथ से स्पिन कर सकता है जो भारत के लिए बेहतरीन होने जा रहे हैं। हवा में गेंद को झुलाना और गेंद को ओवर स्पिन कराना उन्हें ख़ास स्पिनर बनाता है। गेंद बल्लेबाज़ का सामना करते समय सीम से टर्न होती है, वह साइड से स्पिन नहीं कराता है। वह ओवर स्पिन कराता है और उसके पास चतुर कैरम बॉल भी है।