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अजय कुमार लखनऊ
मुहर्रम का महीना चल रहा है. इस दौरान जगह-जगह जुलूस निकाले जाते हैं. ये जुलूस इस्लाम-ए-पैगंबर के सबसे छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में जुलूस निकाला जाता है. ऐसे में इस बार जुलूस में फिलिस्तीन देश का झंडा भी देखने को मिला है, जिसको लेकर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने लोगों से खास अपील की है. रजवी बरेलवी ने मुहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा न फहराने अपील करते हुए कहा कि मुहर्रम जुलूस में किसी विदेशी झंडा का इस्तेमाल न करें. उन्होंने जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा न लहराने की अपील की है. मुफ्ती ने कहा कि फिलिस्तीन की हिमायत में खुदा की बारगाह में गिड़गिड़ा कर दुआ करें, लेकिन जुलूस में फिलिस्तीन का झंडा न फहराएं. बरेलवी ने आगे कहा, ”मगर फिलिस्तीन का झंडा लहराना, और जगह-जगह जुलूसों में फिलिस्तीन के झंडे को इस्तेमाल करना ये अख्लाकन जुर्म है और गैरकानूनी भी. खुद हमारे पीएम मोदी ने फिलिस्तीन के लिए बड़ी मदद और राहत भेजी और जो सालाना फिलिस्तीन की मदद होती थी, वो छङ करोड़ होती थी, मगर पीएम मोदी ने उस मदद राशि को बढ़ा कर के 15 करोड़ कर दिया. तो भारत सरकार भी फिलिस्तीन के साथ हमदर्दी का इजहार करती है और मुसलमानों को भी चाहिए कि फिलिस्तीन के लोगों के साथ इजहार-ए-हमदर्दी करें. मगर इजहार-ए-हमदर्दी का तरीका कोई ऐसा तरीका गैरकानूनी तरीका इस्तेमाल न करें. इसलिए विदेशी मुल्कों को झंडा लहराना भारत में मजहबी जुलूसों में गैरकानूनी है और गैर अख़्लाक़ी है.