- आगरा एक्सप्रेस वे, कानपुर रोड, शहीद पथ, किसान पथ, सुल्तानपुर रोड, रिंग रोड व अयोध्या रोड बने एक्सीडेंट प्वाइंट
- इन मार्गों पर बढ़ रहा है सड़क दुघर्टना का आंकड़ा
- संबंधित विभाग बेखबर
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे अयोध्या रोड स्थित बीबीडी के सामने तेज़ रफ़्तार से जा रहा मौरंग लदा ट्रक एक झोपड़ी पर पलट गया, जिससे उसमें सो रहे एक ही परिवार के चार लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
इससे पहले भी आगरा एक्सप्रेस वे से लेकर अन्य प्रमुख मार्गों पर अनियंत्रित वाहनों के चलते कई लोगों की जानें गईं।
ऐसी खबरें हर दूसरे तीसरे दिन सुर्खियां बन रही हैं।
इनमें अधिकतर हादसे मौरंग लदे ट्रकों या फिर डग्गामार वाहनों से हो रहे हैं।
सिलसिलेवार तरीके से हो दर्दनाक हादसों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी दखल देना पड़ा, लेकिन बावजूद इसके संबंधित विभाग व पुलिस प्रशासन की नींद नहीं टूटती नजर आई। नतीजतन इन मार्गों पर आज भी मौरंग लदे ट्रकों एवं डग्गामार वाहनों का आतंक थम नहीं रहा।
गौर करें तो जिस तरह से अयोध्या रोड स्थित बीबीडी क्षेत्र में अनियंत्रित मौरंग लदा ट्रक ने घटना को अंजाम दिया, इससे साफ है कि स्थानीय पुलिस और यातायात पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में जरूर है।
यूं तो जब भी किसी नए पुलिस अफसर या फिर परिवहन विभाग के अधिकारी की तैनाती होती है तो उनकी पहली प्राथमिकता यातायात व्यवस्था से लेकर बेलगाम चलाने वाले चालकों पर निगरानी।
कुछ दिनों तक व्यवस्थाएं ठीक-ठाक चलती है, लेकिन कड़वा सच यही है उसके बाद पूरी कवायद फाइलों में दफन हो कर रह जाती है।
पुलिस प्रशासन या फिर परिवहन विभाग के आलाधिकारी भले ही सड़क दुघर्टनाएं रोकने के तरह-तरह के दावे कर रहे हों, लेकिन अयोध्या रोड स्थित बीबीडी क्षेत्र में जिस तरह से एक ही परिवार के चार लोगों की हुई मौत से पूरे अमले के दावों की पोल खुल गई।
फिलहाल यह तो महज बानगी भर है इससे पहले भी सड़क पर दौड़ रहे मौरंग लदे ट्रक व डग्गामार वाहनों ने कईयों की जान ले चुके हैं।