ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
आज सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी पर्व मनाया जा रहा है। हिन्दू धर्म में नाग पंचमी पर्व का बहुत महत्व है. इस दिन नागों के देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध अर्पित किया जाता है। सावन मास में इस पर्व का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह मास भगवान शिव और अतिप्रिय है साथ ही नाग देवता भगवान शिव के खास आभूषणों में से एक हैं। इसलिए इस दिन नाग देवता की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। आज यह पर्व 9 अगस्त को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन ज्योतिष शास्त्र में राशियों के अनुसार कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनके उच्चारण से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।
आइए जानते हैं-
नाग पंचमी पर इस तरह राशि के अनुसार जपें नाग देवता का मंत्र
(1)–मेष राशि:– ॐ गिरी नम:
(2)—वृषभ राशि:— ॐ भूधर नम:
(3)—मिथुन राशि:— ॐ व्याल नम:
(4)—कर्क राशि:— ॐ काकोदर नम:
(5)—सिंह राशि—: ॐ सारंग नम:
(6)—कन्या राशि—: ॐ भुजंग नम:
(7)–तुला राशि:– ॐ महिधर नम:
(8)—धनु राशि—: ॐ अहि नम:
(9)—मकर राशि–: ॐ अचल नम:
(10)–कुंभ राशि:– ॐ नगपति नम:
(11)—मीन राशि–: ॐ शैल नम:
(12)–वृश्चिक राशि–: ॐ विषधर नम:
बस ये करें…
सुबह उठकर स्नान-ध्यान और साफ वस्त्र पहनें।
फिर पूजा-घर में दीप जलाएं।
फिर शिव मंदिर में जाकर जल अर्पित करें और नाग देवता का अभिषेक करें।
नाग पंचमी के दिन उन्हें दूध का भोग लगाएं और भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश को भी भोग लगाएं।
नाग देवता की आरती करें और नाग पंचमी कथा का पाठ करें।