नई दिल्ली। फ्लिपकार्ट ने भारत के कारीगरों, बुनकरों, स्वयं सहायता समूहों, महिलाओं और ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए अपनी पहल फ्लिपकार्ट समर्थ की पांच साल की यात्रा पूरी कर ली है। इसके लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उद्योग जगत के 250 से अधिक अग्रणी व्यक्तियों, विक्रेताओं, कारीगरों, बुनकरों, शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों ने भाग लिया, जिसमें भारत सरकार के माननीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी; अतुल कुमार तिवारी (आईएएस), सचिव, एमएसडीई और श्रीमती सोनल मिश्रा (आईएएस), संयुक्त सचिव, एमएसडीई जैसी हस्तियों की उपस्थिति देखी गई।
समर्थ कार्यक्रम के दौरान फ्लिपकार्ट की सप्लाई चेन ऑपरेशंस एकेडमी (SCOA) ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के साथ एक एमओयू का आदान-प्रदान किया। इस साझेदारी का उद्देश्य प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) 4.0 के तहत भारत के हजारों युवाओं को कौशल प्रदान करना है, जिससे ई-कॉमर्स एवं सप्लाई चेन के क्षेत्र में रोजगार पाने की उनकी क्षमता में वृद्धि हो सके।
फ्लिपकार्ट की टीम उम्मीदवारों को सात दिनों की इंटेंसिव क्लासरूम ट्रेनिंग के बाद फ्लिपकार्ट के केंद्रों में 45 दिनों के हैंड्स-ऑन इंडस्ट्री एक्सपोजर (व्यावहारिक उद्योग अनुभव) के साथ एक समग्र प्रशिक्षण प्रदान करती है। यह सहयोग विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सफल करियर के लिए तैयार करते हुए देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने की ओर अग्रसर है।
भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने विकसित भारत 2047 के विजन के तहत वैश्विक मांग के अनुरूप युवाओं के कौशल विकास की दिशा में सरकार के प्रयासों पर जोर दिया। फ्लिपकार्ट समर्थ के पांच साल पूरे होने की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “भारत सरकार कारीगरों को सशक्त बनाने और हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को परिभाषित करने वाले शिल्प को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। फ्लिपकार्ट समर्थ के उत्सव के अवसर पर MSDE और फ्लिपकार्ट की सप्लाई चेन ऑपरेशंस एकेडमी (SCOA) के बीच हुआ गठजोड़ आधुनिक मार्केटप्लेस में आगे बढ़ने के लिए हमारे युवाओं को जरूरी कौशल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पारंपरिक शिल्पों को डिजिटल स्पेस से जोड़ते हुए हम फ्लिपकार्ट के समर्थ कार्यक्रम के माध्यम से मजबूत साझेदारियां कर रहे हैं और नवाचार को अपना रहे हैं, जिससे भारत के MSME क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए एक रास्ता तैयार हो रहा है।”
उन्होंने उद्योगों से गठजोड़ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘उद्योगों से साझेदारी सफलता के लिए आवश्यक है। इंटर्नशिप प्रोग्राम और समर्थ जैसी पहल के माध्यम से हम युवाओं के लिए रास्ते खोल रहे हैं, ताकि वे बदलती कार्य संस्कृति को समझें और भविष्य के लिए जरूरी कौशल से लैस हों। फ्लिपकार्ट वैश्विक महत्वाकांक्षाओं के साथ एक घरेलू ब्रांड हैं और इसने महिला उद्यमियों एवं वंचित समुदायों के लोगों को सशक्त करते हुए अपना प्रभाव दिखाया है। इसने 18 लाख आजीविकाओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और संबंधित सेक्टर्स के लिए समर्पित एकेडमी की लॉन्चिंग के साथ फ्लिपकार्ट व्यापक ई-कॉमर्स इकोसिस्टम में लगातार योगदान दे रहा है और भारत के विकास को गति दे रहा है।’
फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, “फ्लिपकार्ट में, हम स्थायी आजीविका के निर्माण के साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने की शक्ति में विश्वास करते हैं। समर्थ के 5-वर्ष की शानदार यात्रा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम भारत भर में कारीगरों, बुनकरों और MSME को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। हमारी समर्थ पहल के माध्यम से, हमने पिछले 5 वर्षों में 18 लाख आजीविकाओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला है, 100 से अधिक पारंपरिक कलाओं को संरक्षित किया है और हजारों विक्रेताओं के विकास को गति दी है। भविष्य को देखते हुए, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के साथ हमारी साझेदारी भारत के युवाओं को डिजिटल अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करेगी, इससे सुनिश्चित होगा कि हमारी विरासत भविष्य की पीढ़ियों के हाथों में फले-फूले।”
फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम में शिल्पकारों के सशक्तीकरण के भविष्य पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। इस पैनल में श्री अतीश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव, MSME मंत्रालय; श्री महेंद्र पयाल, मुख्य कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम; श्रीमती सिम्मी नंदा, सह-संस्थापक, निदेशक, बीयूनिक; और श्रीमती मीनू चोपड़ा, कार्यकारी निदेशक – ऑल इंडिया आर्टिसंस एंड क्राफ्टवर्कर्स वेलफेयर एसोसिएशन जैसे विशिष्ट व्यक्तियों ने भाग लिया और आज के तेजी से बदलते परिवेश में भारत के शिल्पकार समुदाय के भविष्य, कौशल विकास के महत्व और बाजार की पहुंच को बढ़ाने में ई-कॉमर्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार-विमर्श किय
त्योहारों के मौसम (बिग बिलियन डेज़) से पहले कारीगरों को समर्थन देने और उनकी पहुंच बढ़ाने के लिए, फ्लिपकार्ट ने इस कार्यक्रम के दौरान अपने एप पर ‘समर्थ स्टोरफ्रंट’ इंडियन रूट्स का अनावरण किया। यह वर्चुअल प्लेटफॉर्म कारीगरों, बुनकरों और MSME को राष्ट्रीय बाजार तक अभूतपूर्व पहुंच प्रदान करता है, जिससे वे अपने अनूठे उत्पादों को भारत भर के 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम ने डिजिटल युग में कारीगरों के सशक्तीकरण के भविष्य पर चर्चा करने और संभावनाएं तलाशने के लिए अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों और प्रमुख हितधारकों के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। इस दौरान लाखों लोगों की स्थायी आजीविका निर्माण के लिए पारंपरिक शिल्प कौशल को आधुनिक तकनीक के साथ एकीकृत करने के महत्व पर जोर दिया गया।