“भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। साधक को इस लोक में श्रीहरि की कृपा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
अतः एकादशी तिथि पर साधक श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। अगर आप भी एकादशी पर विधि-विधान से भगवान श्रीहरि विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन शक्तिशाली मंत्रों का जप करें।
इन मंत्रों के जप से शुभ फल की शीघ्र प्राप्ति होती है
1- शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम् ।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्॥
यं ब्रह्मा वरुणैन्द्रु रुद्रमरुत: स्तुन्वानि दिव्यै स्तवैवेदे:।
सांग पदक्रमोपनिषदै गार्यन्ति यं सामगा:।
ध्यानावस्थित तद्गतेन मनसा पश्यति यं योगिनो
यस्यातं न विदु: सुरासुरगणा दैवाय तस्मै नम
2. ऊँ कृष्णाय विद्महे दामोदराय
धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
3. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव
जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ।।
4. ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै।
5. क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः।
6. ओम बाल शिवाय विदमहे कालिपुत्राय धीमहि तन्नो बटुक प्रचोदयात्।।
7- ॐ क्लीं गोपालवेषधराय वासुदेवाय हुं फट स्वाहा ।।
8- ॐ नमो भगवते जगत्प्रसूतये नमः ।।