- मुख्यमंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस पर लखनऊ पुलिस लाइन में शोक परेड की ली सलामी
- कहा शहीदों के परिवारीजनों और पुलिस के कल्याण के लिए सरकार कर रही काम
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पहले से और बेहतर हुई है। अपराधियों में कानून का भय कायम हुआ है। वे अपनी जमानत तुड़वाकर कर जेल जा रहें हैं। अब मुठभेड़ में कई अपराधी मारे गए, कई घायल हुए और कइयों गिरफ्तार किए गए। सरकार पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए काम कर रही है। योगी सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस पर लखनऊ पुलिस लाइन में शोक परेड की सलामी लेने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जबसे उनकी सरकार आई है कानून-व्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ पुलिस बल को मजबूत करने के लिए अनेक काम किए गए हैं।
यह दिन उन बहादुर जवानों की आत्माओं को याद करने के लिए समर्पित है। जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जान गंवाई। 1959 में चीन के साथ सीमा पर हुए एक हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में इसकी शुरुआत हुई, इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनमें श्रद्धांजलि समारोह और शोक सभाएं शामिल होती हैं। यह दिन समाज में पुलिस बल के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी बनता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। सीएम योगी ने रिजर्व पुलिस लाइन्स में सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस पर परेड की सलामी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में इस वर्ष शहीद हुए दो जवानों फतेहगढ़ के सिपाही रोहित कुमार और कन्नौज के सिपाही सचिन राठी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों के परिवार को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया।
बहादुर जवान रोहित को खनन माफिया के वाहन ने रौंदा था
फतेहगढ़ के नवाबगंज थाने में तैनात सिपाही रोहित कुमार चौकी प्रभारी संतोष कुमार व सहयोगी विजय सिंह के साथ खनन की सूचना मौके पर गए। जहां ट्रैक्टर-ट्रॉली से मिट्टी लादकर ले जा रहे थे। इसी दौरान एक बाइक पीछे से बिना अनुमति के खनन करने वाले लेकर जा रहे थे। सिपाही रोहित ने पीछा किया तो बाइक सवारों ने तेजी से सामने कट मारकर गिरा दिया। उसकी ट्रॉली की चपेट में आने से मौत हो गई।
दबिश में गोली लगने से शहीद हुए थे सचिन राठी
कन्नौज के छिबरामऊ थाने में तैनात सिपाही सचिन राठी एसओ और अन्य सहयोगियों के साथ नशीले पदार्थों के तस्करी में लिप्त बदमाशों के घर दबिश देने गए थे। टीम जैसे ही तस्कर अशोक कुमार के घर पहुंची। अशोक, उसके बेटे टिंकू, पत्नी श्यामा ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें सचिन की मौत हो गई थी।
नम आंखों में चमक उठी शहादतः सम्मान समारोह में शामिल हुए शहीदों के परिवारीजन
अपनों को खोने का दर्द कोई बांट नहीं सकता। वक्त भी शायद ही उनके जख्मों को भर सके, लेकिन सोमवार को शहीदों के सम्मान में जब सैकड़ों शीश झुके तो सिपाही रोहित कुमार व सचिन राठी के घरवालों का सिर फक्र ऊंचा हो गया। आंखों से झरझर आंसू बह रहे थे पर उनकी नमी में गर्व भी था, जिसे वह जिंदगी भर सीने में समेट कर रखेंगे।
शहीदों के सम्मान में झुके शस्त्र और शीश…
पुलिस लाइन में सोमवार की सुबह अलग थी। शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में शस्त्र और शीश दोनों झुके थे। शोक धुन बजते ही शहीदों की याद में कई आंखें नम हो गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी प्रशांत कुमार, पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर स्थापित की गई शोक पुस्तिका पर पुष्पचक्र चढ़ाकर अमर शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।