- विकलांग बंदी को ललितपुर भेजकर मानवता को किया शर्मशार
- ललितपुर जेल प्रशासन ने बंदी को लेने से किया इनकार
राकेश यादव
लखनऊ। झांसी जेल प्रशासन के अधिकारियों ने मानवता को शर्मशार कर दिया। जेल अधिकारियों ने एक विकलांग बंदी का जेल तबादला कर दिया। इस जेल जेलर के उत्पीड़न और तानाशाही से बंदी काफी त्रस्त है। जेलर बंदियों की पिटाई करवाकर मोटी रकम मांगता है। मांग पूरी नहीं होने पर बंदियों का अन्यत्र जेल पर स्थानांतरित करवा देता है। बंदियों ने उत्पीड़न की शिकायत न्यायालय के साथ विभाग के आला अफसरों तक से की लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक झांसी जेल पर तैनात जेलर कस्तूरी लाल गुप्ता के उत्पीड़न और वसूली से जेल के बंदी काफी आहत और दुखी है। जेलर आए दिन बंदियों की नंबरदारों से पिटाई कर मोटी रकम की मांग करता है। बीते दिनों जेलर की पिटाई और वसूली का शिकार हुए बंदी करन कुमार पुत्र विजय के परिजन ने विशेष न्यायाधीश को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि जेलर कस्तूरी लाल गुप्ता ने उनसे मोटी रकम की मांग की। मांग पूरी करने पर उन्हें लाठी डंडों से पीटा गया। इससे उसके हाथ पैर में चोट आ गई। चोट को वजह से उसे नियत तिथि पर पेशी के लिए अदालत तक नहीं भेजा गया। जब उसने अदालत भेजे जाने की जेल अधिकारियों से गुहार लगाई तो यह कहा गया कि जब अदालत को उसकी जरूरत होगी तो उसे VC (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के जरिए पेश कर दिया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि यही नहीं बीते एक पखवारे के दौरान जेलर अवैध वसूली के लिए आधा दर्जन सर्वाधिक बंदियों की पिटाई करवा चुका है। मांग पूरी नहीं होने पर कई बंदियों को आसपास की जेलों में स्थानांतरित तक करवा दिया। स्थानांतरित किए गए बंदियों में एक विकलांग बंदी को भी नहीं बख्शा गया। बंदी राव राजा गुर्जर जो शारीरिक रूप से विकलांग है उसे झांसी जेल से ललितपुर जेल स्थानांतरित कर दिया गया। ललितपुर जेल प्रशासन ने विकलांग बंदी की दयनीय हालत को देखते हुए लेने से इनकार कर उसको वापस झांसी जेल भेज दिया। उधर इस संबंध में जब झांसी जेल अधीक्षक विनोद कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो कई प्रयासों के बाद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया।
पांच बंदियों का हुआ जेल तबादला
झांसी जेल से मिली जानकारी के मुताबिक मारपीट की घटना के बाद जेल के पांच बंदियों का जेल स्थानांतरण करवाया है। इसमें चर्चित अपराधी अजय जडेजा को महोबा जिला जेल, कमलेश यादव को हमीरपुर, सरदार सिंह गुर्जर को उरई जेल, राव राजा गुर्जर और आनंद उर्फ अन्ना को ललितपुर जेल स्थानांतरित किया गया। बंदी राव राजा को ललितपुर जेल प्रशासन ने लेने से इनकार कर वापस झांसी जेल भेज दिया।
तैनाती के दौरान विवादों में रहे झांसी जेल अधीक्षक!
आजमगढ़ जेल में दर्जनों मोबाइल फोन बरामद होने और जेल में नशीले पदार्थों के मिलने के बाद एक साल तक निलंबित रहने वाले अधीक्षक विनोद कुमार को शासन ने झांसी जेल पर तैनात किया था। इससे पहले कानपुर देहात की जिला जेल में भी इनकी तैनाती के दौरान जेल के बंदियों ने जमकर बवाल मचाया था। मामले को लेकर यह काफी दिनों तक सुर्खियों में भी रहे थे। इसी प्रकार रायबरेली जेल भी इनकी तैनाती के दौरान इनके आवास पर तैनात एक वार्डर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया गया है इनका जेलों पर तैनाती के दौरान विवादों से गहरा नाता रहा है। चर्चा तो यहां तक है कि यह कमाई के लिए किसी भी हद तक जा सकते है।