- अचानक लगी आग में झुलसे 10 नौनिहाल, 45 को सुरक्षित निकाला
- एक बार फिर फिसड्डी साबित हुई जिला आपदा टीम, बचाव कार्य के लिए सेना बुलाया गया
- प्रधानमंत्री समेत मुख्यमंत्री ने हादसे पर जताया दुख, पांच-पांच लाख की मिलेगी मदद
- स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य झांसी रवाना
देवेंद्र नाथ मिश्र के साथ उमेश चन्द्र त्रिपाठी
झांसी। इसे बुंदेलखंड का हृदय कहा जाता है। यहीं से चिकित्सा, स्वास्थ्य और तकरीबन सभी सुविधाएं बुंदेलखंड को प्राप्त होती है। आज यही झांसी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वो भी इतनी भयावह खबर के लिए कि सुनने वालों का कलेजा पत्थर सा हो जाए। खबर इतनी खराब मिलेगी, यह झांसी के लोगों ने भी नहीं सोचा होगा। खबरों के मुताबिक महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल इकाई (NICU) में भीषण आग लगने से 10 से 15 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने बताया कि जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया है और अन्य वार्ड में शिफ्ट कराकर उनका इलाज कराया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज का NICU वार्ड गम्भीर बीमार बच्चों के इलाज के लिए बनाया जाता है। यहां कुछ दिनों पहले ही दुनिया में आए बच्चों का इलाज होता है। उसी तरह यहां इलाज चल भी रहा था। लेकिन एक हादसे ने सब कुछ तबाह कर दिया। बुंदेलखंड के सुदूर क्षेत्रों से अपने दुधमुंहे का इलाज कराने आए लोग अब अस्पताल के फर्श पर तड़प रहे हैं। गुहार लगा रहे हैं कि मेरे बच्चे की पहचान करा दी जाए। बताते चलें कि NICU वार्ड में बच्चों के साथ किसी भी परिजन को रहने नहीं दिया जाता है। वहां असिस्टेंट, स्टॉफ नर्स और डॉक्टर ही आते-जाते हैं। कॉलेज के कर्मियों का कहना है कि हादसे की सूचना मिलते ही करीब 15 दमकलें मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। सेना एवं दमकल ने मिलकर आग बुझाई। बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है, वे जल्द ठीक हो जाएंगे। 10 नवजात की मौत से अस्पताल परिसर में कोहराम मच गया। माता-पिता भी अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगाते रहे।
सुनिए क्या कह रहे हैं झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार रात करीब पौने ग्यारह बजे वार्ड से धुआं निकलता दिखा। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को जद में ले लिया, जिससे भगदड़ मच गई। शिशुओं को बाहर निकालने की कोशिश हुई, पर धुआं एवं दरवाजे पर आग की लपट होने से समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर शिशुओं को बाहर निकाला जा सका। बताया जा रहा है कि पहले ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर में आग लगी और देखते ही देखते पूरा वार्ड आग की चपेट में आ गया।
सुनिए क्या कह रहे हैं रानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज झांसी के प्राचार्य नरेंद्र सिंह सेंगर
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात करीब पौने ग्यारह बजे NICU वार्ड से धुआं निकलता दिखा। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया। जब तक कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। वहां भगदड़ मच गई। नवजात बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश हुई लेकिन, धुआं एवं दरवाजे पर आग की लपटें होने से बच्चे समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। कुछ देर बाद दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर नवजातों को बाहर निकाला जा सका। खबर लिखे जाने तक वार्ड से 10 नवजात शिशुओं के शव बाहर निकाले जा चुके थे। मौके पर रोते-बिलखते परिजनों का जमावड़ा हुआ है। बचाव कार्य चल रहा था।
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री बृजेश पाठक व प्रमुख सचिव स्वास्थ्य झांसी रवाना हो गए। झांसी के मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक को हादसे की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने हादसे पर दुख जताते हुए जांच कर 12 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है।
सीएम ने लिया घटना का संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को झांसी के लिए रवाना कर दिया है। उनके साथ प्रमुख स्वास्थ्य सचिव भी झांसी आ रहे हैं। सीएम योगी ने घटना की जांच रिपोर्ट 12 घंटे में देने को कहा है। कमिश्नर और डीआईजी हादसे की जांच कर रहे हैं। झांसी कमिश्नर बिमल कुमार दुबे के अनुसार जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। आग की चपेट में आने से 10 बच्चों की मौत हो गई है जबकि वार्ड में लगभग 54-55 बच्चे भर्ती थे। बाकी बचाए गए बच्चों का इलाज जारी है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) सचिन माहौर ने बताया कि NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने के प्रयास किए गए लेकिन चूंकि कमरा अत्यधिक ऑक्सीजनयुक्त था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।
मेडिकल की बिजली काटी गई
मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए हैं। सेना का दमकल वाहन मौके पर पहुंच चुका है। मेडिकल कॉलेज की बिजली काट दी गई है। अब तक करीब 30 से अधिक बच्चों का रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं PM मोदी ने झांसी में बच्चों की मृत्यु पर जताया शोक है। उन्होंने कहा कि ‘हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है !!’
रात भर घटना पर नजर रखे रहे मुख्यमंत्री योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई दुर्घटना पर गहरा दुःख जताया है। शुक्रवार देर रात घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री ने रातों-रात उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को मौके पर भेजा। साथ ही पूरी रात घटनास्थल से पल-पल की जानकारी लेते रहे। टीवी पर भी नजर बनाए रखी। उनके निर्देश पर घटना में असमय काल कवलित नवजात बच्चों के माता-पिता को 05-05 लाख रुपये तथा घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे में घटना के संबंध में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।