विनायक चतुर्थी आजः घर में सुख-समृद्धि के लिए करें यह प्रयोग

  • गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं होती हैं पूर्ण
  • सिद्धि विनायक की पूजा से जीवन के सभी कष्ट हो जाते हैं समाप्त

राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है, जिन्हें सभी बाधाओं को दूर करने वाला और शुभ फल प्रदान करने वाला देवता माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं, जीवन के कष्ट समाप्त होते हैं, और घर में सदा सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही, धन की कमी कभी नहीं होती।

विनायक चतुर्थी की तिथि और समय

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 4 दिसंबर 2024 को दोपहर 1:10 बजे से प्रारंभ होगी और इसका समापन 5 दिसंबर 2024 को दोपहर 12:49 बजे होगा। उदया तिथि के आधार पर, विनायक चतुर्थी का व्रत 5 दिसंबर 2024, गुरुवार को रखा जाएगा।

विनायक चतुर्थी की पूजा विधि

इस दिन भगवान गणेश की पूजा को लेकर कुछ विशेष परंपराएं और नियम हैं। निम्नलिखित विधि के अनुसार पूजा करें:

  • प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
  • स्वच्छ और शांत स्थान पर भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  • भगवान गणेश का आवाहन और अभिषेक
  • शंख और घंटे बजाकर भगवान गणेश का आवाहन करें।
  • उनकी प्रतिमा को गंगाजल, दूध और शुद्ध जल से स्नान कराएं।
  • श्रृंगार और पूजन सामग्री
  • गणेश जी को चंदन, कुमकुम, फूल और वस्त्र अर्पित करें।
  • उन्हें ताजे फूलों की माला पहनाएं।
  • धूप-दीप जलाकर गणेश जी को अर्घ्य दें।
  • उनका प्रिय भोग मोदक, लड्डू, या फल अर्पित करें।
  •  “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
  • अंत में गणेश आरती गाकर पूजा समाप्त करें।
  • पूजा के बाद प्रसाद को सभी में वितरित करें।
  • जरूरतमंदों को वस्त्र, अनाज, या धन का दान करें।

विवाह में बाधाओं को दूर करने के लिए यह करें प्रयोग…

  • विवाह योग्य युवक-युवतियां अपने कमरे में भगवान गणेश की तस्वीर लगाएं और नियमित पूजा करें।
  • प्रतिदिन गणेश चालीसा का पाठ करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
  • गणेश मंदिर जाकर दर्शन करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
  • कारोबार में वृद्धि के लिए यह उपयोग जरूरी
  • कार्यालय या दुकान में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
  • वहां गणेश यंत्र रखें, जिससे धन और व्यापार में वृद्धि हो।
  • गणेश जी को हल्दी का तिलक लगाने से व्यापार में सफलता मिलती है।

विनायक चतुर्थी का महत्व

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि, विवेक के देवता माना जाता है। उनकी पूजा से सभी प्रकार के विघ्न और परेशानियां दूर होती हैं। इस दिन को किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। गणेश जी के “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है और घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है। साथ ही, बुद्धि और विवेक का विकास होता है। विनायक चतुर्थी आत्मिक शांति, समृद्धि और विघ्नों से मुक्ति पाने का शुभ अवसर है। इस दिन पूरे भक्ति भाव से भगवान गणेश की पूजा करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को सुखमय बनाएं।

नोट- अगर आप अपना भविष्य जानना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9116089175 पर कॉल करके या व्हाट्स एप पर मैसेज भेजकर पहले शर्तें जान लेवें, इसी के बाद अपनी बर्थ डिटेल और हैंडप्रिंट्स भेजें।

Religion

हाथी पर सवार होकर आ रही मां आपके द्वार, बरसेगी मां भगवती की कृपा, स्थापना, पूजा सहित पूरी जानकारी एक क्लिक में पढ़ें…

30 मार्च से चैत्र नवरात्र की शुरुआत होने जा रही है। नवरात्र 30 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक रहेंगे। इस साल मैय्या रानी के नवरात्र रविवार से शुरू हो रहे हैं, इसलिए माता हाथी पर सवार होकर आएंगी। शास्त्रों में देवी की हाथी की पालकी को बहुत शुभ माना गया है। आचार्य पंडित सुधांशु […]

Read More
Religion

हथेली की इन रेखाओं से पता चलता है कि कितने साल जिएंगे आप

राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद हथेली में कलाई के पास मणिबंध रेखाएं होती हैं। ये रेखाएं आड़ी होती हैं। हस्त रेखा विशेषज्ञों की मानें तो हथेली में मणिबंध रेखाओं की संख्या 1 से 5 तक होती है। हर एक रेखा की औसत आयु 20 से लेकर 25 साल होती है। हस्त रेखा शास्त्र से व्यक्ति […]

Read More
Religion

गंगाजल भगवान विष्णु की चरणामृत,सम्मान दें- कृष्णा महाराज

पंक्ति में बैठे व्यक्ति से भेदभाव करना पूरी तरह से गलत देवी भागवत के छठवें दिन निकाली गई मां कालरात्रि की पालकी जगदलपुर। गंगाजल भगवान विष्णु की चरणामृत है। गंगाजी को सूर्य का प्रकाश दिखाकर रोज पीना चाहिए। इससे गंगाजल की शक्ति बढ़ जाती है। गंगाजी को कैद कर रखना नहीं चाहिए। गंगाजल को तांबे […]

Read More