शाश्वत तिवारी
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार बुधवार से शुरू होने वाले तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 50 से अधिक देशों से भारतीय प्रवासी सदस्यों ने पंजीकरण कराया है। विदेशों से आने वाले भारतीयों के लिए विशेष टूरिस्ट ट्रेन ‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ मुख्य आकर्षण का केंद्र होगी, जो उन्हें तीन सप्ताह की अवधि के दौरान भारत में पर्यटन और धार्मिक महत्व के कई स्थलों की यात्रा कराएगी।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार यह कार्यक्रम 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस के साथ शुरू होगा, जबकि 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। 10 जनवरी को आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार समारोह के साथ यह सम्मेलन संपन्न होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगी और समापन भाषण देंगी। इस दौरान राष्ट्रपति प्रवासी भारतीय पुरस्कार भी वितरित करेंगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा इस बार सम्मेलन की थीम ‘एक विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ रखी गई है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू द्वारा एक वर्चुअल संबोधन होगा। पीएम मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा को रिमोटली हरी झंडी दिखाएंगे। वह सम्मेलन में चार प्रदर्शनियों का भी उद्घाटन करेंगे।
इन 4 प्रदर्शनियों में भारत के आध्यात्म, प्रौद्योगिकी, दुनियाभर में प्रवासी भारतीयों के विकास और ओडिशा राज्य की संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिलेगी। ‘विश्वरूप राम – रामायण की सार्वभौमिक विरासत’ प्रदर्शनी रामायण के कालातीत महाकाव्य को प्रस्तुत करेगी, जोकि निश्चित रूप से लोगों को ध्यान आकर्षित करेगी।
विदेश मंत्रालय ने साल 2025 के प्रवासी भारतीय पुरस्कारों के लिए 23 देशों में रहने वाले 27 लोगों के नामों की घोषणा की है। यह पुरस्कार विदेश में रहने वाले भारतीयों को दिए जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। भारत को अपने विशाल विदेशी समुदाय से जोड़ने तथा उनके ज्ञान, विशेषज्ञता और कौशल को एक साझा मंच पर लाने के उद्देश्य से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में इस सम्मेलन की शुरुआत की थी।