- काठमांडू एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
काठमांडू। नेपाल में एक बड़ा विमान हादसा उस समय टल गया जब बुद्धा एयरलाइन की फ्लाइट संख्या 953 के इंजन में उड़ान के दौरान आग लग गई। विमान में चालक दल के सदस्यों समेत कुल 76 लोग सवार थे। काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान की तत्काल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई, जिससे सभी यात्रियों की जान बचा ली गई।
कैसे हुआ हादसा
विमान ने काठमांडू से भद्रपुर के लिए स्थानीय समयानुसार सुबह 10:37 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही विमान के बाएं इंजन में तकनीकी खराबी के कारण आग लग गई। पायलट्स ने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए विमान को सुरक्षित तरीके से सुबह 11:15 बजे त्रिभुवन एयरपोर्ट पर उतार दिया।
यात्रियों को कोई नुकसान नहीं
त्रिभुवन एयरपोर्ट प्रशासन ने बयान जारी कर बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। बुद्धा एयरलाइन्स ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए कहा कि तकनीकी टीम विमान की जांच कर रही है और यात्रियों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की जा रही है।
नेपाल में विमान हादसों का इतिहास
नेपाल में खराब मौसम और पहाड़ी इलाकों के कारण विमान हादसे आम हैं। पिछले 12 सालों में 21 विमान हादसे हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान गई है। बीते साल काठमांडू से पोखरा जा रहे एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 68 लोगों की मौत हो गई थी।
लैंडिंग क्या है?
लैंडिंग एक विशेष प्रक्रिया है जिसमें पायलट्स ग्राउंड-बेस्ड रेडियो स्टेशन, जिसे वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ऑम्निडायरेक्शनल रेंज (VOR) कहा जाता है, के सिग्नल का उपयोग कर विमान को नेविगेट करते हैं। यह प्रक्रिया विमान को सुरक्षित रूप से उतारने में मददगार होती है।
बुद्धा एयरलाइन की तत्परता ने बचाई जान
बुद्धा एयरलाइन्स और पायलट्स की तत्परता के कारण यह बड़ा हादसा टल गया। तकनीकी खामी के बावजूद सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया, जो एयरलाइन की प्रभावी कार्य प्रणाली को दर्शाता है।