- शाहजहांपुर जेल की महिला बैरेक का किया निरीक्षण
- जेल की व्यवस्थाओं पर संतुष्ट नजर आए सदस्य
लखनऊ। राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्याय मूर्ति राजीव लोचन मेहरोत्रा ने मंगलवार को शाहजहांपुर जेल में महिला बैरक का निरीक्षण किया। कारागार के मुख्य द्वार पर जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने उनका स्वागत किया और उन्हें जेल कर्मियों द्वारा सलामी दी गई। उन्होंने महिला बैंरक में निरीक्षण के दौरान महिला बंदियों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न सामानों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिसमें पेंटिंग, जरी जरदोजी के कार्य, भगवान के आसन, सिलाई कढ़ाई के द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार के दुपट्टे, बैठने के आसन, भगवान की पोशाक, गाय के गोबर से तैयार धूप बत्ती, दीपक, कलात्मक गमले एवं विभिन्न प्रकार के बैग आदि शामिल थे समस्त सामानों को देखकर सदस्य महोदय अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने यह समान तैयार करने वाली महिला बंदियों से अलग-अलग मुलाकात भी की। इसके बाद उनके द्वारा बच्चों के क्रैच एवं महिलाओं के प्रशिक्षण केंद्र को भी देखा वह बच्चों से भी मिले और उन्हें दी जा रही शिक्षा आदि की जानकारी प्राप्त की बच्चों द्वारा तैयार की गई विभिन्न प्रकार की ड्राइंग को उन्होंने देखा और उसे सराहा तथा उन्होंने बच्चों से पढ़ाई के संबंध में प्रश्न भी किए जिसका बच्चों ने सही-सही जवाब दिया इस पर सदस्य महोदय इस बात से प्रसन्न हुए की जेल में रहकर के भी बच्चे इतने होशियार हो गए हैं।
तत्पश्चात उनके द्वारा सभी महिला बंदियों से उनको दी जा रही सुविधाओं जैसे भोजन, चिकित्सा ,कौशल प्रशिक्षण आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की महिला बंदियों ने बताया कि यहां उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। जेल अधीक्षक हमारा पूरा ध्यान रखते हैं उसमें हमारी कपड़ों की पूर्ति ,हाइजीन एवं कॉस्मेटिक आइटम आदि सभी की पूर्ति करते हैं। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को गर्म सूट, चिप्स, बिस्कुट, नमकीन आदि भेंट किए एवं सभी महिला बंदियों को हाइजीन किट, गर्म मौजे एवं बिस्कुट नमकीन भेंट किए गए। इस अवसर पर सदस्य को महिला बंदियों द्वारा पेंटिंग के रूप में तैयार गणेशजी की प्रतिमा भेंट की गई।