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सर सैय्यद तो जंगे आजादी के खिलाफ थे! फिर जलसा कैसा?

के. विक्रम राव  मुस्लिम अलगाववाद के नायाब शिल्पी सर सैय्यद अहमद खान का जन्मोत्सव भारत में मनाया जा रहा है। कड़ुए ऐतिहासिक यथार्थ को भुलाकर। दोआबा की तहजीबी संगमी-परंपरा को नजरंदाज कर। भारतीय मुसलमानों की अलग कौमियत को उभारकर उन्होंने वतन को विभाजित कराने की नींव डाली थी। असल में दिल्ली के जामिया मिलिया के […]

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कांग्रेसी घुड़की से सोशलिस्ट डरेगा नहीं! कमल पोला है,

सोनिया-कांग्रेस के नेतृत्ववाले गठजोड़ के नौ महीने भी पूरे नहीं हुए, भ्रूण-निधन के आसार दिख रहे हैं। सर्जरी कमलनाथ ने कर डाली। वर्ना अखिलेश यादव ने तो (20 अगस्त 2023 को) कहा था कि कांग्रेस से सीटों का बंटवारा कोई मसला नहीं है। लक्ष्य केवल भाजपा की पराजय है। फिर क्या माजरा रहा ? पूरे […]

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Analysis Delhi National

योगी आदि अनादि नहीं, पर योगी का कोई विकल्प नहीं!

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीति की नई परिभाषा गढ़नी शुरू कर दी है। उनका बुलडोज़र मॉडल पूरे देश-दुनिया में धूम मचा  रखा है। विपक्षी दल के नेताओं को भी उन पर इतना विश्वास है कि वो दावे के साथ कहते हैं कि मैं जब चाहूं योगी से बात कर सकता हूँ। पढ़िए सूबे […]

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एक सच्चे कम्युनिस्ट ने सौ साल  पूरे किये ! भ्रष्ट माकपायी दुखी !!

के. विक्रम राव अपना सौंवा जन्मदिन मना रहे हैं आज (20 अक्टूबर 2023) केरल के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट नेता वीएस अच्युतानंदन। प्रमुदित हैं, पर संतप्त ज्यादा। कारण? केरल के इस श्रेष्ठतम नैतिक और ईमानदार मुख्यमंत्री को ग्लानि है कि उनकी पार्टी ने एक अत्यंत विवादित और विविध जांच एजेंसियों के आरोपी पिनरायी विजयन को दोबारा केरल […]

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Analysis Litreture

कविता : इंसानियत

ईंट की दीवाल चुनना छोड़ दो। आदमी को आदमी से जोड़ दो।। ईंट की दीवाल तो ढह जाएगी। इंसानियत ही बस यहां बच पाएगी।।1।। दंभ का टकराव बढ़ता जारहा। युद्ध का उन्माद ही टकरा रहा।। बम धमाकों से शहर वीरान हैं। चील कौए खा रहे इंसान हैं।।2।। सज रही हैवानियत की बस्तियां। बंट रही दो […]

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प्रधानमंत्री की ढइया तक तो पहुंचे, छू न सके : पं. नारायणदत्त तिवारी!

के. विक्रम राव आज जयंती और पुण्यतिथि (18 अक्टूबर 2023) साथ है। पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, समाजवादी चिंतक और अर्थशास्त्री पंडित नारायणदत्त तिवारीजी की। दो साल बाद जन्म शताब्दी होगी। देश के सभी सोशलिस्टों और नेहरू-कांग्रेसियों को धूमधाम से इसे मनाना चाहिए। तिवारीजी भारत के दसवें प्रधानमंत्री (21 जून 1996) बन सकते थे। मगर लॉटरी […]

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आर्मेनिया से भारत की यारी जरूरी! पाक-बाकू साजिश के खात्मे हेतु!!

के. विक्रम राव दुनिया की दृष्टि केवल गाजा पट्टी पर ही केंद्रित है। साफ दिखता है कि वैश्विक सरोकार बलहीन राष्ट्रों पर कितना नगण्य है, बल्कि संवेदनहीन। इसका प्रमाण है कि इस्लामी अजरबैजान के राष्ट्रपति इलहाम अलीयोवा खुलेआम ईसाई पड़ोसी देश अर्मेनिया के नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र में सैनिक कब्जा कर चांद-सितारों वाला हरा परचम लहराते जमीन […]

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मोदी लोकतंत्र-प्रहरी के साथ रहे! निहाल हुये हम सब!!

के. विक्रम राव प्रसंग गत बुधवार (11 अक्टूबर 2023) का है जब बिसराई याद ताजा हो गई, आठ साल पुरानी। मानों ऊंट की निगाह राई पर पड़ी हो। बल्कि अरबी भाषा में “ज़र्रानवाज़ी” हो, अर्थात नाचीज़ की कद्र। दिन था रविवार (11 अक्टूबर 2015)। तब नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने नई दिल्ली के भव्य विज्ञान भवन […]

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आंचलिक सियासी स्वार्थ तय करते हैं राष्ट्र-नीति!

के. विक्रम राव छः दशक बीते। लखनऊ विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. जीएन धवन और प्रोफेसर पीएन मसालदान ने मुझे एम.ए. में पढ़ाया था कि हर गणराज्य की विदेश नीति सार्वभौम और स्वतंत्र होनी चाहिए। फिर “टाइम्स आफ इंडिया” में सात प्रदेशों में संवाददाता का काम करते मैंने पाया कि आंचलिक सियासी स्वार्थ […]

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बाबर से जंग में शहीद जो हुये उनके नाम हो अयोध्या-मस्जिद!

के. विक्रम राव  हर देशभक्त और आस्थावान मुसलमान का धन्नीपुर (अयोध्या) में निर्माणाधीन मस्जिद का वास्तुशिल्प और स्वीकृत-नाम बदल डालने से मर्माहत हो जाना लाजिमी है। कल (12 अक्टूबर 2023) को बांद्रा (मुंबई पश्चिम) के रंगशारदा हॉल में कुल-हिंद राबता-ए-मस्जिद तथा इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने निर्णय लिया कि इस मस्जिद का नाम अब “मुहम्मद बिन […]

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