Analysis

Analysis

मातृभाषा से होगा भारतबोध

लखनऊ। हमारी भाषा हमारे अपने व्यक्तित्व का प्रतिबिंब है। भाषा वैचारिक आदान-प्रदान का माध्यम है, भाषा अभिव्यक्ति का सर्वाधिक  विश्वसनीय माध्यम है। भाषा हमारे समाज के निर्माण, विकास, अस्मिता, सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान की महत्वपूर्ण साधन है। हम कह सकते हैं कि बिना भाषा के मानव जीवन अपूर्ण है। भाषा का विस्तार एवं विकास मनुष्य […]

Read More
Analysis

नाथू ने रामभक्त की हत्या से वैष्णव आस्था का कत्ल रचा था!

के. विक्रम राव अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस (आज : 2 अक्टूबर 2023) की भांति, हर 30 जनवरी (बापू का निर्वाण) को विश्व आतंक-विरोधी दिन मनाया जाए। संसार को यही गांधीवादी संदेश होगा। त्रस्त भूमाता को जब कश्यपपुत्र हिरण्याक्ष ने रसारतल में धकेल दिया था, तो विष्णु ने वराह बनकर उसका वध किया था। धरती को बचाया […]

Read More
Analysis

जानें देश के दो लाल की कुछ ख़ास बातें, जिन्हें जानकर आप रह जाएँगे सन्न

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता देश आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है। आज ही के दिन भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्म हुआ था। गाँधी जी के बारे में जानिए? एक बार ट्रेन में सफर करते समय गांधी जी का जूता गिर गया उन्होंने बिना देर किए अपना […]

Read More
Analysis

विराट सांस्कृतिक चेतना की पुनर्स्थापना का संकल्प : एक भारत श्रेष्ठ भारत

  भारत एक विशाल राष्ट्र है। इसका निर्माण सनातन संस्कृति से हुआ है। अनेक संस्कृतियां भारत रूपी गुलदान में विभिन्न प्रकार के पुष्पों की भांति रही हैं। इसका अर्थ यह है कि इन विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, धर्मों एवं पंथों आदि ने इस देश के सांस्कृतिक सौन्दर्य में वृद्धि की है। यहां विविधता में भी एकता […]

Read More
Analysis

तमिलनाडु में मंदिर हथियाने की साजिश सुप्रीम कोर्ट ने रोकी!

के. विक्रम राव  तमिलनाडु में सनातनी देवालयों में अनधिकृत सरकारी हस्तक्षेप पर फिर एक बार सर्वोच्च न्यायालय ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसी सप्ताह (25 सितंबर 2023) द्रमुक सरकार के अनीश्वरवादी मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के विवादित आदेश पर शीर्ष अदालत ने रोक लगा दी है। यह न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना तथा न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश का आदेश […]

Read More
Analysis

बोली बनाओ! कबीला बचाओ! उत्तर बंगाल की मुहिम रंग लायी।

के. विक्रम राव विलुप्त होती बोलियों के वुजूद को संरक्षित करने के प्रयास में अब एक भाषाविद् का नाम और जुड़ गया है। वे हैं बैंक कार्मिक आदिवासी धनीराम टोटो जिन्हें गत गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2023) पर पद्मश्री से नावाजा गया था। पिछले दिनों इस बंगाल-भूटान सीमा के ग्रामीण धनीराम ने कोलकाता विश्वविद्यालय की […]

Read More
Analysis

संघ-प्रमुख भागवतजी से संवाद! निराला, विचारोत्तेजक, निर्मल!!

के. विक्रम राव  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवतजी का इस बार का लखनऊ प्रवास (गत सप्ताह) बड़ा यादगार रहेगा। यूं तो वे कई बार अवध प्रांत आ चुके हैं। बहुधा भेंट और चर्चा भी हुयी है। पर इस यात्रा पर उनका खास बल समरसता पर अधिक था। उनका चिंतन, सोच, उदगार और […]

Read More
Analysis

नारी आरक्षण पर कितने पापड़ बेले गए, यादव-बंधु विफल रहे!

के. विक्रम राव मशहूर लोकोक्ति है: “सफलता के बाप कई होते हैं। विफलता यतीम होती है।” अतः अब महिला आरक्षण बिल पारित होते ही, उसके दावेदार कई जन्मे हैं। गत 27 वर्षों में यह पांचवा प्रयास रहा। चार फेल हो गए थे। सात दशकों में भारत में कुल 7500 सांसद हुए। इनमें केवल 600 ही […]

Read More
Analysis

फ्रांसिस डेनिस की UNGA में निर्धनता व युद्ध रोकने की गुहार

लेखक भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति जी के OSD रह चुके हैं। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में चेयर प्रोफेसर और अहिंसा आयोग के पैरोकार हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा शुरू हो चुकी है। विश्व के अग्रगण्य नेतृत्व की यह महासभा नहीं है अपितु जो देश संयुक्त राष्ट्र ये सदस्य हैं, वे सब इसमें शामिल हो रहे हैं। […]

Read More
Analysis

क्यों मनाया जाता है विश्व शांति दिवस?

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 21 सितंबर को विश्व शांति दिवस मनाया जाता है इसका मकसद दुनिया भर में युद्ध और शत्रुता को कम करते हुए शांति का विस्तार करना है। इस दिन की स्थापना वर्ष 1981 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। पहला शांति दिवस कई देशों द्वारा […]

Read More