Analysis

Analysis

महाभागवत्त स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती और उनकी पुण्यभूमि महराई

संजय तिवारी संस्कृति पर्व के प्रेरणाश्रोत स्वामी अखंडानंद  सरस्वती की पुण्य भूमि में दिन भर रहने का सुअवसर मिलना सौभाग्य ही है। काशी से केवल 46 किमी पूरब और उत्तर, अब यह स्थान चंदौली जिले में गंगा जी के किनारे ही बसा है। कहने को तो यह स्वामी  का पैतृक निवास है लेकिन संरचना और […]

Read More
Analysis

पिछड़ा स्पेन तो फुटबाल में बढ़ गया, भारतीय महिला कब?

के. विक्रम राव भारत में महिला फुटबॉल टीम कब विश्व-स्तर पर खेल पाएगी ? यह सवाल मसला बन गया है जब कल (21 अगस्त 2023) विश्व कप प्रतियोगिता में पिछड़े यूरोपियन राष्ट्र स्पेन ने अतिविकसित देश इंग्लैंड को पराजित कर दिया। भारतीय महिला राष्ट्रीय टीम ने अभी तक विश्व कप और ओलंपिक खेलों में भाग […]

Read More
Analysis

स्वतंत्र भारत की 75वीं वर्ष गांठ आत्मसंयम से पनपेगी स्वतंत्रता

बलराम कुमार मणि त्रिपाठी एक बार मेरे वृद्ध पिता से किसी ने पूछा- आप स्वस्थ हैं? वे बोले हां स्वस्थ हूं। आत्मा सदा स्वस्थ है। आत्मसंयम से ही हम सदा स्वस्थ रहेंगे। मेरा जन्म आजादी मिलने के तत्काल बाद का है। इसलिए उस समय का माहौल बहुत कुछ देखा सुना है। मेरे बाबा आजादी के […]

Read More
Analysis

गोस्वामी तुलसी दास की 526वी जयंती पर विशेष : जीवन जीने की कला सिखाता है ‘रामचरितमानस’

तुलसी के मानस से मिली स्वाधीनता संघर्ष को दिशा समाज को लेकर सत्ता चलेगी तो होगा रामराज्य युग कोई भी हो दैत्यों और देवताओं का संघर्ष हर युग मे चला है‌। सत्ता का संघर्ष स्वर्ग लोक मे जैसे चल रहा,ऐसे ही मृत्युलोक में‌।यहां पहले से राजतंत्र था पर आजादी के बाद वर्तमान मे लोकतंत्र का […]

Read More
Analysis

हस्ती है कल्याण सिंह की, मिट नहीं सकती, कोई भी चाहे!

के. विक्रम राव  लोधी राजपूत कल्याण सिंह की आज (21 अगस्त 2023) पुण्यतिथि है। दो वर्ष पहले वे चले गये थे, ढेर सारी स्मृतियां छोड़कर। कई मधुर, कुछ तिक्त। पर एक भी मिलावटी नहीं। आधुनिक इतिहास के इस महानायक की छवि पर कालिख पोतने की बहुतेरी कोशिशें चलती रहीं। पर यह यशस्वी जननायक सदैव रहा […]

Read More
Analysis

जजों ने लेखन-सहिंता रचकर कह दिया : नारी तू अबला नहीं!

के. विक्रम राव  अंततः सर्वोच्च न्यायालय ने महिला-संबंधी विषयों पर प्रयुक्त भाषा और शब्दों को सभ्य, शालीन और सुसंस्कारी बना ही दिया। अमूमन यह वैयाकरणों और भाषाविदों का क्षेत्र है। फिलहाल प्रधान न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड ने कल (16 अगस्त 2023) एक दूरगामी न्यायिक कदम उठाया है। इसका प्रभाव भारतीय मीडिया पर तो निश्चित पड़ेगा […]

Read More
Analysis

तिरुपति के अध्यक्ष फिर ईसाई! BJP के सहयोगी का करतब!!

के. विक्रम राव कितना जायज होगा यदि दिल्ली के जामा मस्जिद का प्रबंधक कोई शर्मा, तिवारी या पाण्डेय नामित हो जाए ? उसी भांति क्राइस्ट चर्च का मुखिया भी कोई अहमद अथवा मोहम्मद बना दिया जाए? या दोनों पदों पर कोई यहूदी राब्बी नियुक्त कर दिया जाए? ठीक यही हुआ है गत सप्ताह सनातनियों के […]

Read More
Analysis

मेरे अनुभव दो जंगे आजादी के : 42-भारत छोड़ो, 75-एमर्जेंसी!

के. विक्रम राव अगला अनुभव मेरा हुआ, बिल्कुल निजी और गहरा था। प्रजातांत्रिक गणराज्य में कोर्ट द्वारा गैरकानूनी करार देने के बाद भी प्रधानमंत्री गद्दी से चिपकी रहीं, तो यह अमान्य है। उनका विरोध होना चाहिए। आजादी जिसका मतलब है, उसका यह तकाजा है। मुझ जैसे साधारण श्रमजीवी पत्रकार ने इस दूसरी जंगे-आजादी में प्राणपण […]

Read More
Analysis

2024 के लिए मोदी कॉन्फिडेंट नहीं है..?

15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से जिन भी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम सम्बोधन सुना। उनके मन में पता नहीं क्यों यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि क्या मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के लिए ‘कॉन्फिडेंट’ नहीं है? और अगर कॉन्फिडेंट है तो […]

Read More
Analysis

यह विभाजन तो नही था

संजय तिवारी अंग्रेज शासकों ने एक भारत के पूरब और पश्चिम एक एक रेखा खींच दी। कह दिया कि एक महादेश दो अलग अलग देशों में बांट रहे हैं। यानी एक हिस्सा पूरब, एक हिस्सा पश्चिम और बीच में हिंदुस्तान। पूरब और पश्चिम वाले को नाम दिया पाकिस्तान और कहा कि यह मुसलमान भाइयों के […]

Read More