Analysis
चुनौतियों से भरी पत्रकारिता
देवर्षि नारद पत्रकारिता के आदिगुरु हैं। समूचे ब्रह्मांड में भ्रमण करते हुए एक जगह का संवाद,दूसरी जगह निष्पक्षता के साथ पहुंचाना उनका सहज कृत्य था । इसी से दैत्य, देवता मनुष्य,यक्ष, गंधर्व, किन्नर सभी उनका आदर करते थे। ऊनका सहज स्वभाव था-सत्य को युक्ति से प्रस्तुत करना । जगत के कल्याण का सतत चिंतन और […]
Read Moreअब किसी भी बात पर खुलती नहीं हैं खिड़कियां
कल रात दिल्ली में एक बार फिर मानवता शर्मशार हो गयी। शर्मनाक रहा कि सरे आम एक युवती को संभवतः मित्रता तोड़ने के कारण उसके कथित पुरुष मित्र ने पहले चाकुओं के 16 बार वार कर और फिर पत्थर से सिर कुचल कर मार डाला। इससे ज्यादा लज्जाजनक यह रहा कि सरे राह हुए इस […]
Read Moreसंसद में सेंगोल राजदंड : स्वाधीन भारत के सत्ता सिंहासन को आज मिला सनातन प्रतीक
संजय तिवारी भारत की संसद में सेंगोल की स्थापना कोई सामान्य घटना नहीं है। स्वाधीन भारत की स्वदेशी संसद के उद्घाटन के साथ ही सनातन के शिखर पुरुष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वास्तव में भारत की सनातन परंपरा में इतिहास रच दिया है। आज का दिन केवल नए संसद भवन के लिए ही नहीं […]
Read Moreमनोज सिन्हा का करिश्मा ! फिल्म निर्माण उरूज पर !!
के. विक्रम राव कश्मीर घाटी में दो खास परिस्थितियों में ही कहा जा सकता है : “All is well”. पहला है जब मां खीर भवानी के मंदिर में जमा हजारों उपासक निर्बाध दूध चढ़ा सकें। दूसरा जब श्रीनगर के सिनेमा घरों में दर्शकगण फिल्म देख सकें। आज यह दोनों बड़े सुविधापूर्वक से हो रहे हैं। […]
Read Moreटैगोर लाइब्रेरी में सुखद सुधार! तब जलाया गया, अब विकास पर!!
के. विक्रम राव अमूमन छात्रों द्वारा हंगामा बरपाना तथा तोड़फोड़ करना उनके विरोध-चिंतन को व्यक्त करने का माध्यम रहा है। ऐसे अग्निपथ पर विश्वविद्यालय छात्र यूनियन में रहकर मैं भी गुजर चुका हूं। मगर लखनऊ विश्वविद्यालय में स्थिति अब सुधर रही है। मसलन कुछ दिन पूर्व ही (11 मई 2023) इस 82-वर्ष पुराने टैगोर लाइब्रेरी […]
Read Moreविनायक दामोदर सावरकर के जीवन से जुड़ी 10 खास बातें
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता 28 मई 1883 को नासिक के भगूर गांव में जन्मे विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी एवं प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे। जानिए उनके जीवन की 10 खास बातें- वीर सावरकर ने राष्ट्रध्वज तिरंगे के बीच में धर्म चक्र लगाने का सुझाव सर्वप्रथम दिया था जिसे राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने माना। उन्होंने […]
Read Moreसाबरमती आश्रम लखनऊ में ? प्रो. आलोक राय की अवधारणा!!
के. विक्रम राव अपने विश्वविद्यालय के बारे में अच्छा पढ़कर बड़ा भला लगता है। अपनत्व का एहसास जो गहराता है। इसीलिए पत्रकार साथी जावेद मुस्तफा की रपट (दैनिक हिंदुस्तान : 25 मई 2023) मन को बहुत भा गई। खबर मिली कि लखनऊ विश्वविद्यालय में बापू के आश्रम (साबरमती) की तर्ज पर एक प्रतिकृति बनायी जा […]
Read Moreराजदंड इतिहास को झुठलाएगा! आजादी कुर्बानी से मिली है!!
के. विक्रम राव अगर भारत के बीसों विपक्षी दलों, मुख्यतया सोनिया-कांग्रेस पार्टी, में बौद्धिक हिम्मत, सियासी सदाशयता, नैतिक दृढ़ता और जनवादी पक्षधरता हो तो उन्हें संसद भवन में इसी रविवार को रखें जाने वाले ब्रिटिश साम्राज्यवादी राजदंड के प्रतिष्ठापन का विरोध करना चाहिए। सम्राट जॉर्ज षष्टम (जो अधिक तंबाकू सेवन से 56 की आयु में […]
Read Moreभूरी आंखो वाली लड़की
समीक्षक-डॉ ऋषि कुमार मणि त्रिपाठी भूरी आंखों वाली लड़की शरद आलोक जी की कहानी है ,जो डेढ़ दशक के यूरोपीय देश में प्रवास के दौरान जीवन की स्मृतियों का चित्रण है । प्रस्तुत कहानी हजारों वर्ष पूर्व भारत के पश्चिमोत्तर राजस्थान, पंजाब प्रांत के मूल निवासी मानने वाले घुमंतू रोमा समुदाय जो अफगानिस्तान से […]
Read Moreराहुल कब जानेंगे सूप और छलनी की शैलियों में अंतर?
के. विक्रम राव प्रत्येक लोकतंत्र-प्रेमी भारतीय को 52-वर्षीय राहुल गांधी की बात पर गंभीरता से गौर करना चाहिए। उनकी मांग है कि नवीन संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन राष्ट्रपति करें, न कि प्रधानमंत्री। शायद इस अयोग्य करार दिये गए सांसद को पछतावा अभी तक नहीं हुआ कि उनके पिता, माता, दादी (इंदिरा गांधी) […]
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