Litreture
ज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे
- Nayalook
- December 1, 2023
- #karma
- Glory
- Importance
- knowledge
- Money
- Religion
चरित्र की महिमा शांत स्थिर होती है आचरण जैसे भी हों अनुसरण होते हैं ज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे हैं एक दूसरे से बिलकुल अलग होते हैं। ज्ञान देना यहाँ सब कोई चाहता है, पर ज्ञान लेना कोई नही चाहता है, वैसे ही पैसा देना कोई नहीं चाहता है, जैसे भी हो लेना […]
Read Moreअफ़साना जीने का कितना अजीब है,
- Nayalook
- November 30, 2023
- #Afternoon
- #Apadhapi
- #My Care
- Morning
हृदय के अच्छे लोग अक़्लमंद होने के बावजूद भी गच्चा खा जाते हैं, इसलिये कि वे सभी पर हृदय से अच्छा होने का विश्वास कर लेते हैं। मैने कभी नहीं सोचा,मैं प्रसिद्धि पाऊँ, आप चार दोस्त मुझे पहचानते हो, मेरे लिए बस इतना ही काफी है कि आप अच्छे से मेरी परवाह करते हो । […]
Read Moreचाचा नेहरू.. अमर रहे
बाल दिवस पर चाचा नेहरु। बच्चों मे खो जाते थे।। हंसते गाते खेल खेलते। सबको गले लगाते थे।।१।। यूं तो भारत के पीएम थे। नई दृष्टि नव चिंतन था।। आजादी के संघर्षों मे। सत्याग्रह अपनाते थे।।२।। गांधी की विचार धारा के। चाचा नेहरू पोषक थे।। कविता : चाहत और मंज़िलें भारत के उत्थान के […]
Read Moreख़ुशियों की सरिता बहती हों
दीपों की सरिता सलिल बहे, मन में रोशनी की लहर जगे, जलते दीपक झिलमिल तारे हों, ख़ुशियाँ की सरिता बहती हों। तनहाई में हिलमिल मेले हों, मन में आनंद की आभा हो, दीवाली की खील मिठाई हो, ख़ुशियों की सरिता बहती हो। प्रेम के दीपक जगमग करते हों सपने सच होते भी दिखते हों, मन […]
Read Moreदान दिए धन ना घटे
लखवऊ। महाकवि तुलसीदास जी द्वारा रचित यह दोहा हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो दान देने में विश्वास तो रखते हैं, लेकिन यह सोचते हैं कि उनके पास से धन या कोई वस्तु कम न हो जाए। दान करने से धन कम होता है, इस विचार को गलत सिद्ध करते हुए कविवर तुलसीदास […]
Read Moreइंटरनेट के फायदे व नुकसान
मोबाइल और इंटरनेट के उपयोग हम सबको तीन बातें सिखलाते हैं, जो हमें अच्छी लगती है उसे सहेज लेते हैं, अर्थात् सुरक्षित कर लेते हैं। जो हमें और दूसरों को भी अच्छी लगती हैं उनको सभी में बाँट देते हैं, और जो बातें अच्छी नहीं लगती हैं उन्हें हटा देते हैं अर्थात् मिटा देते हैं। […]
Read Moreबाल्मीकि जयंती पर, रामकथा के गायक ऋषि बाल्मीकि
खोये हुए राष्ट्रवैभव की तुमने याद दिलाई। राम कथा गायन कर जग को दिशा दिखाई।। क्रौंच मिथुन की पीड़ा तुमसे नहीं सहन थी। कवि तेरी पीड़ा ने ही तो श्लोक बनाई।।1।। त्रेता युग में बाल्मीकि ऋषि जन्म लिये थे। किंतु कुसंगति मे पड़ कर वे मलिन बन गए। परम तपस्वी गंगा तट पर तप करने […]
Read Moreअद्भुत लीला रचे मुरारी
बहुत मिले जीवन के पथ में। कुछ पल साथ बिता कर ठहरे।। कोई रस्ते बीच रुक गया। कितने जाने किधर मुड़ गये।। गिनती करना बहुत कठिन है। किससे प्रीत लगाई मैंने? किसने आस जगाई मन की। किसने रिश्ता सहज तज दिये।। बड़ा कठिन है अगला मंजर। अब तो तन भी साथ तज रहा।। नेत्र ज्योति […]
Read Moreमन राधा हो तन यमुना तट
शक्ति हो सामर्थ्य हो जीवन सदा उत्साह में हो। मातृभू के काम आए नदी के पतवार ज्यौं हो।। विश्व मे हो शांति ,मेरा मन सदा कल्याण सोचे। इंद्रिया हों संयमित वाणी सदा सियाराम मय हो।।1।। हे विधाता कर्म करने में कभी आलस्य न हो। तन सदा गतिमान होवे,बुद्धि मे कोई न भ्रम हो।। लक्ष्य जीवन […]
Read Moreकविता : चाहत और मंज़िलें
- Nayalook
- October 23, 2023
- accessible
- Duty
- fruitful
- life
स्वप्न देखना अच्छा होता है, उस पर अमल करना और भी अच्छा होता है, आस्था बलशाली होती है, उसको फलीभूत करना और प्रबल होता है । जीवन में चाहत जिसको भी होती है, हमेशा उसकी मदद गार ही होती है, इस पथ प्रशस्त पर बढ़कर करें कार्य तो उसकी चाहत अजेय हो जाती है। यह […]
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