Litreture

विश्व हिंदी दिवस पर : प्रणव गुंजार है हिंदी
- Nayalook
- January 10, 2024
- #hindusthan
- History
- love
- soul
- violence
हिंसा से जिसको दुख होता वह है हिंदुस्थान हमारा। और अहिंसा मे जो जीता ऐसा हिंदू नाम हमारा।। प्रेम भाव से विश्व बनाया वह सच्चिदानंद जग पावन। यहां बाल क्रीड़ा करते हैं बारंबार जन्म ले उन्मन।। कभी राम बन कर आता हैं, कभी कृष्ण बन खेल रचाता। गौएं चरा बजाता वंशी । हलधर हो बलराम […]
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चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया-करिये पुनर्विचार
चार राज्य मे चुन लिए जनता ने सरकार। अन्य सभी धूमिल हुए फिर मोदी इस बार।। निज निज पार्टी लोग सब करिये पुनर्विचार। किन किन मुद्दों पर भला वोट पड़ी इस बार।।1। 2024 का होगया इस चुनाव मे ट्रेल। भाजपा के पक्ष में होगी रेलम रेल।। झूठ कहे या सच कहे कोई हो सरकार। धर्म […]
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ज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे
- Nayalook
- December 1, 2023
- #karma
- Glory
- Importance
- knowledge
- Money
- Religion
चरित्र की महिमा शांत स्थिर होती है आचरण जैसे भी हों अनुसरण होते हैं ज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे हैं एक दूसरे से बिलकुल अलग होते हैं। ज्ञान देना यहाँ सब कोई चाहता है, पर ज्ञान लेना कोई नही चाहता है, वैसे ही पैसा देना कोई नहीं चाहता है, जैसे भी हो लेना […]
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अफ़साना जीने का कितना अजीब है,
- Nayalook
- November 30, 2023
- #Afternoon
- #Apadhapi
- #My Care
- Morning
हृदय के अच्छे लोग अक़्लमंद होने के बावजूद भी गच्चा खा जाते हैं, इसलिये कि वे सभी पर हृदय से अच्छा होने का विश्वास कर लेते हैं। मैने कभी नहीं सोचा,मैं प्रसिद्धि पाऊँ, आप चार दोस्त मुझे पहचानते हो, मेरे लिए बस इतना ही काफी है कि आप अच्छे से मेरी परवाह करते हो । […]
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चाचा नेहरू.. अमर रहे
बाल दिवस पर चाचा नेहरु। बच्चों मे खो जाते थे।। हंसते गाते खेल खेलते। सबको गले लगाते थे।।१।। यूं तो भारत के पीएम थे। नई दृष्टि नव चिंतन था।। आजादी के संघर्षों मे। सत्याग्रह अपनाते थे।।२।। गांधी की विचार धारा के। चाचा नेहरू पोषक थे।। कविता : चाहत और मंज़िलें भारत के उत्थान के […]
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ख़ुशियों की सरिता बहती हों
दीपों की सरिता सलिल बहे, मन में रोशनी की लहर जगे, जलते दीपक झिलमिल तारे हों, ख़ुशियाँ की सरिता बहती हों। तनहाई में हिलमिल मेले हों, मन में आनंद की आभा हो, दीवाली की खील मिठाई हो, ख़ुशियों की सरिता बहती हो। प्रेम के दीपक जगमग करते हों सपने सच होते भी दिखते हों, मन […]
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दान दिए धन ना घटे
लखवऊ। महाकवि तुलसीदास जी द्वारा रचित यह दोहा हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो दान देने में विश्वास तो रखते हैं, लेकिन यह सोचते हैं कि उनके पास से धन या कोई वस्तु कम न हो जाए। दान करने से धन कम होता है, इस विचार को गलत सिद्ध करते हुए कविवर तुलसीदास […]
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इंटरनेट के फायदे व नुकसान
मोबाइल और इंटरनेट के उपयोग हम सबको तीन बातें सिखलाते हैं, जो हमें अच्छी लगती है उसे सहेज लेते हैं, अर्थात् सुरक्षित कर लेते हैं। जो हमें और दूसरों को भी अच्छी लगती हैं उनको सभी में बाँट देते हैं, और जो बातें अच्छी नहीं लगती हैं उन्हें हटा देते हैं अर्थात् मिटा देते हैं। […]
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बाल्मीकि जयंती पर, रामकथा के गायक ऋषि बाल्मीकि
खोये हुए राष्ट्रवैभव की तुमने याद दिलाई। राम कथा गायन कर जग को दिशा दिखाई।। क्रौंच मिथुन की पीड़ा तुमसे नहीं सहन थी। कवि तेरी पीड़ा ने ही तो श्लोक बनाई।।1।। त्रेता युग में बाल्मीकि ऋषि जन्म लिये थे। किंतु कुसंगति मे पड़ कर वे मलिन बन गए। परम तपस्वी गंगा तट पर तप करने […]
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अद्भुत लीला रचे मुरारी
बहुत मिले जीवन के पथ में। कुछ पल साथ बिता कर ठहरे।। कोई रस्ते बीच रुक गया। कितने जाने किधर मुड़ गये।। गिनती करना बहुत कठिन है। किससे प्रीत लगाई मैंने? किसने आस जगाई मन की। किसने रिश्ता सहज तज दिये।। बड़ा कठिन है अगला मंजर। अब तो तन भी साथ तज रहा।। नेत्र ज्योति […]
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