कविवर कामेश
Loksabha Ran
कविताः ‘आजाद नागरिक हैं भारत के आजादी है संविधान तक’ पढ़कर देशभक्ति से हो जाएंगे ओत-प्रोत
- Nayalook
- May 5, 2024
- कविवर कामेश
कविवर कामेश आजाद नागरिक है भारत के, आजादी है संविधान तक। खुद की सोच, भाव, मर्यादा, इन से मुक्त नहीं अब तक।। क्या है आजादी मुक्ति क्या है, स्वच्छंद भ्रमण करना क्या है,, क्या है मनमानी निज भावों की, खुद से रमण करना क्या है,, क्या है बंधन की मुक्ति और, बेड़ी का वरण करना […]
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