छत्तीसगढ

टोलाघाट संगम का शिव मंदिर सामाजिक समरसता का केंद्र
हेमंत कश्यप/ जगदलपुर “छत्तीसगढ़ का एक गढ़ है पाटन। यहां से महज छह किमी की दूरी पर खारुन नदी व सोनपुर नाला के संगम पर स्थित है 36 साल पुराना शिव मंदिर। यह स्थल सामाजिक समरसता के संगम के साथ-साथ बेहतर पिकनिक स्पॉट और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए चर्चित हो चुका है। 74 फीट ऊंचे […]
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कहां गए बस्तर के हजारों वन्य जीव
हेमंत कश्यप जगदलपुर। जो बस्तर अपने वनांचल और वन्यजीवों के लिए देश में विख्यात रहा है। आज यहां वन्यजीव नजर नहीं आते। वन्य प्राणियों की गणना 6 वर्षों से नहीं हो रही है, इसलिए विभाग को भी नहीं मालूम कि बस्तर संभाग में कितने वन्य जीव हैं? बस्तर संभाग का क्षेत्रफल केरल राज्य से बड़ा […]
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विशेष: रामनवमी के पावन अवसर पर रामनाम को पूर्णतया समर्पित, “रामनामी” संप्रदाय का जिक्र बेहद जरूरी
शाश्वत तिवारी छत्तीसगढ़ के जांजगीर के एक छोटे गांव चारपारा से स्थापित हुआ “रामनामी” संप्रदाय भले ही बहुत बड़ी संख्या के अनुयायियों वाला न हो, फिर भी जो है, जितना है, वह अद्भुत है। इस संप्रदाय के लोग पूरे शरीर पर राम नाम का गोदना गोदवा कर रहते हैं। शरीर पर सफेद वस्त्र पहनते हैं, […]
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नवरात्रि विशेष: दंडकारण्य में नौ ऋषि करते रहे हैं देवियों की उपासना, महानदी किनारे आज भी मौजूद हैं इनके आश्रम
हेमंत कश्यप/जगदलपुर बस्तर का पुराना नाम दंडकारण्य है और किसी जमाने में यहां एक दो नहीं पूरे नौ महान ऋषि आश्रम बना कर देवी आराधना करते थे। उनके आश्रम आज भी मौजूद है किंतु जानकारी के अभाव में जन सामान्य इन ऋषियों की तपोस्थली नहीं देख पा रहे हैं। दंडकारण्य क्षेत्र पहले काफी बड़ा था, […]
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