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Analysis

सर सैय्यद तो जंगे आजादी के खिलाफ थे! फिर जलसा कैसा?

के. विक्रम राव  मुस्लिम अलगाववाद के नायाब शिल्पी सर सैय्यद अहमद खान का जन्मोत्सव भारत में मनाया जा रहा है। कड़ुए ऐतिहासिक यथार्थ को भुलाकर। दोआबा की तहजीबी संगमी-परंपरा को नजरंदाज कर। भारतीय मुसलमानों की अलग कौमियत को उभारकर उन्होंने वतन को विभाजित कराने की नींव डाली थी। असल में दिल्ली के जामिया मिलिया के […]

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