मातृभाषा

Analysis

हिंदी दिवस पर विशेषः अभी भी दोयम दर्जे की भाषा है हिंदी

बलराम कुमार मणि त्रिपाठी हिंदी से संस्कृति जुड़ी है, हिंदी से सनातन जुड़ा है और हिंदी भारत के भाल की बिंदी कही जाती है। लेकिन इसे अभी भी वो हक़ नहीं मिल पाया, जो यूरोप में अंग्रेज़ी को मिली। जो फ़्रांस में फ़्रेंच को मिली। जो अन्य देशों में उनकी भाषाओं को मिला। इस देश […]

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