#African Linguistic Crisis
Analysis
ऐसी संरक्षिका-दादी यहां हों? तो हमारी बोली भी बचेगी !!
हिंदी की उपभाषाओं (18 बोलियां) के शस्त्र पहरियों के लिए यह एक अनुकरणीय उदाहरण है, बानगी ही सही। करीब दस हजार किलोमीटर दूर दक्षिण अफ्रीका की प्राचीनतम बोली एंजेयू (NJUU) अदृश्य होने की कगार पर है। उसकी केवल एक मात्र जाननेवाली हैं श्रीमती जूजू कत्रीना एसाऊ। उनकी आयु 90 वर्ष की है। अर्थात उनके जाने […]
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