Arvind Kejriwal

Analysis

सर्वहारा या जातिवादी रईस! आरक्षण की दरकार किसे है?

के. विक्रम राव राहुल गांधी तब (मार्च 1971) मात्र नौ माह के शिशु थे। उनकी दादी इंदिरा गांधी पांचवीं लोकसभा का आम चुनाव लड़ रही थीं। यह देश में प्रथम मध्यवर्ती निर्वाचन था। इंदिरा-कांग्रेस का चुनावी नारा था : “न जात पर, न पात पर, इंदिराजी की बात पर। मुहर लगेगी हाथ पर।” इस सूत्र […]

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Bihar homeslider

Exclusive News Bihar : विपक्ष की बारात में नीतीश बने ‘फूफा’

लखनऊ। एक कहावत है कि लौट के बुद्धू घर को आए…जान बची तो लाखों पाए। यह भी एक जुमला है कि चौबे गए छब्बे बनने और दूबे बनकर लौट आए। आज की तारीख़ में उपरोक्त दोनों कहावतें नीतीश कुमार पर बिल्कुल सटीक बैठ रही हैं। यह तो सभी को मालूम है कि नीतीश बहुत ही […]

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