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भारत की भावी पीढ़ी को खोखला बना रहा धर्म के आधार पर बढ़ता भेदभाव

अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) लखनऊ। विश्व की सबसे बड़ी आबादी के साथ भारत विविधिता में एकता का सन्देश देने वाला एक अनोखा देश है, जिसे विभिन्न धर्म, जातियों, संस्कृतियों और भाषाओं का घर भी कहा जाता है। हमने भारतीय संस्कृति में विविधिता को समृद्धि से जोड़कर देखा है, लेकिन मौजूदा समय में धर्म […]

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Religion

अवध के राम है चराचर जगत के स्वामी

वेदों मे पवित्र ऊँ कार मैं हूं-श्री कृष्ण (गीता) प्रणव (ॐ), पूर्ण परात्पर ब्रह्म का एकाक्षर मंत्र हैं…यह सृष्टि का कारक है….पृथ्वी,जल,अग्नि,वायु, आकाश पंचतत्वों का कारक है…सबके भीतर समाया भी है । जिस प्रकार हाथ मे अंगूठा न हो तो खाना,पीना,लिखना,अस्त्र शस्त्र संचालन सभी असंभव है…अंगूठे को ब्रह्न का प्रतीक मानते हैं….उसी तरह हर मंत्र […]

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