#brother-in-law and sister-in-law

Analysis

बहुत कठिन है डगर पनघट की, गृहस्थ धर्म का निर्वहन सावधानी से करें

वाणी पर संयम विचारों की व्यापकता जरूरी कुछ बातों की उपेक्षा कुछ पर रखें विशेष ध्यान तीखी जुबान पर लगायें विराम विवाह का लगन मकर संक्रांति के साथ शुरु हुआ। बहुत से लड़के लड़कियां वैवाहिक सूत्र वंधन मे वंधेंगे। पर अचानक उन्मुक्त जीवन से दाम्पत्य सूत्र वंधन मे पड़ कर असंतुलित जीवन पद्धति के शिकार […]

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