Doordarshan

Analysis

खुश्क खबर सरस हो जाती थी नवनीत मिश्र का कंठ छूकर!!

कभी एक लोकोक्ति सुनी थी : “जिसने लाहौर नहीं देखा, उसने कुछ भी नहीं देखा।” इसी को तनिक फिराकर पेश करूं : जिस चैनल पत्रकार ने रिटायर्ड समाचार-प्रस्तोता (दिसंबर 1987) नवनीत मिश्र (फोन : 9450000094) की नायाब कृति : “वाणी आकाशवाणी” नहीं पढ़ी, उसने सूचना का खजाना गंवा दिया। उन न्यूज एंकरों का लंगर ज्यादा […]

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Analysis

“राष्ट्रबोध कराता है मन की बात”

किसी भी राष्ट्र की उन्नति के लिए आवश्यक है कि उसके प्रधानमंत्री की बात जनता तक पहुंचे तथा जनता की बात प्रधानमंत्री तक पहुंचे। इससे दोनों के मध्य तालमेल बना रहता है। इससे जनता को पता चलता है कि उनका प्रधानमंत्री उनके लिए क्या सोचता है तथा उनके लिए क्या कार्य कर रहा है। इसके […]

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