#Duryodhan
Litreture
अद्भुत लीला रचे मुरारी
बहुत मिले जीवन के पथ में। कुछ पल साथ बिता कर ठहरे।। कोई रस्ते बीच रुक गया। कितने जाने किधर मुड़ गये।। गिनती करना बहुत कठिन है। किससे प्रीत लगाई मैंने? किसने आस जगाई मन की। किसने रिश्ता सहज तज दिये।। बड़ा कठिन है अगला मंजर। अब तो तन भी साथ तज रहा।। नेत्र ज्योति […]
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