#end monarchy
Analysis
काम नहीं तो वेतन नहीं! सांसदों पर हो लागू !!
के. विक्रम राव संसद की अम्मा कहलानेवाली ब्रिटिश हाउस ऑफ कामंस का यह नजारा है अप्रैल 1653 का। कहीं इसी का पुनरावर्तन भारत में न हो ? तब जनरल ओलिवर क्रामवेल अपने सैनिकों की संगीनों के बल पर लंदन में सदन को खाली करा दिया था। एक ही घोषणा उसकी थी : “बेईमानों, भागो। सत्पुरुषों […]
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