immorality
Uttar Pradesh
दोहरे चरित्र और स्वार्थ पर हंसाता ’मॉडल विहार’
लखनऊ । लालच और भौतिक सुख पाने की लालसा की बदौलत झूठ, भ्रष्टाचार, अनैतिकता, ईर्ष्या, आडम्बर आदि बुराइयाँ शिक्षित समाज को पतन की ओर ले जा रही हैं। पढ़े लिखे लोग भी स्वार्थवश बहुत सहजता के साथ छल-कपट, प्रपंच को अपना लेते हैं। उर्मिल रंग उत्सव की अंतिम शाम हंसी-हंसी में ऐसा बहुत कुछ कह […]
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Litreture
परिवार व समाज के अभिन्न अंग- वरिष्ठ नागरिकों के हितों की रक्षा व क़ानून-सरकार का सम-सामयिक मार्गदर्शन व हस्तक्षेप
चारि पदारथ करतल जाके। प्रिय पितु मातु प्राण सम जाके॥ अर्थात् – गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में कहा है कि जो मनुष्य अपने माता- पिता को अपने प्राणों से ज़्यादा प्यार व सम्मान करता है उसे इस संसार में ईश्वर कृपा से सारे सुख उपलब्ध होते हैं। हमारी सरकार ने वरिष्ठ नागरिक विधेयक […]
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