
Analysis
डंका प्रियंका का बज न सका! डमरू भी नगाड़ा बन न पाया!!
के. विक्रम राव मीडियाकर्मियों की फितरत ही है कि बात का बतंगड़ बनाएं। खाल निकाले बाल की। ठीक ऐसा ही हुआ गत 31 अगस्त को जब राहुल गांधी की दाईं कलाई खाली दिखी थी। उस दिन रक्षाबंधन था। बस कयास लगने शुरू हो गये। सगों में अनबन है। उधर प्रियंका ने आपात-प्रबंधन पर कदम उठाया। […]
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