Mahabharata period

सतयुग, त्रेता और द्वापर युग से जुड़ी है छठ पूजा की कहानी, द्रौपदी, माता सीता समेत रामजी ने भी रखा था छठ का व्रत
सूर्यदेव की उपासना और लोकआस्था का महापर्व महाभारत और रामायण काल से मानी जाती है छठ पर्व की शुरुआत उमेश चन्द्र त्रिपाठी महराजगंज। हिंदू धर्म में कई तीज-त्योहार मनाए जाते हैं। इसमें महापर्व छठ का विशेष महत्व होता है। यह हिंदुओं का प्रमुख त्योहार होता है, जिसे देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मनाया […]
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दान दिए धन ना घटे
लखवऊ। महाकवि तुलसीदास जी द्वारा रचित यह दोहा हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो दान देने में विश्वास तो रखते हैं, लेकिन यह सोचते हैं कि उनके पास से धन या कोई वस्तु कम न हो जाए। दान करने से धन कम होता है, इस विचार को गलत सिद्ध करते हुए कविवर तुलसीदास […]
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सिलाई मशीन की लंबी यात्रा! अमरीका से भारत तक का दौर!!
के. विक्रम राव कभी यह स्नेहिल उक्ति परिवार में सुनाई दिया करती थी: कि सुई में धागा आजकल मां नहीं डाल पा रही है। मतलब गूढ़ लगता था। पर था निहायत सरल। मां को बहू की दरकार है। शादी कर लें, वगैरह। हालांकि उपयोगिता की ओट में ही ऐसा संदर्भ रचा गया होगा। आज के […]
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