#Meaningful traditional

Chhattisgarh
जब बैलों के खुर खेतों में पड़ेंगे तब मानी जाएगी बुआई
हेमंत कश्यप जगदलपुर। भले ही आज बस्तर के गांव-गांव में ट्रैक्टर पहुंच गया है और बस्तरिया भी आधुनिक खेती करने लगा है। इन सबके बावजूद जब तक यहां का किसान हल में बैल जोत कर नांगर नहीं चला लेता, तब तक धान बुआई अधूरी ही मानी जाती है। पशुधन को सम्मान की यह सार्थक पारंपरिक […]
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